शिमला:14 फरवरी की पहचान अब वेलेंटाइन डे से होती है. वैसे तो प्रेम का दिन, महीना, मौसम या साल तो नहीं होता लेकिन ग्लोबलाइजेशन के बाजारवाद ने इसे एक दिन और एक हफ्ते में समेट दिया है. लेकिन फिर भी प्रेम का दखल धरती से ब्रह्मांड तक है और ऐसे में सियासत भी इससे अछूती नहीं है. राजनीति के रण में विरोधियों को चित्त करने के दांव-पेच सीखने वाले राजनेता भी दिल की बाजी हारते हुए देखे गए हैं. हिमाचल में सत्ता के शिखर पर पहुंचने वाले कई नेताओं ने प्रेम में धरती पर घुटने टेके हैं.
धर्मेंद्र प्रधान और मृदुला ठाकुर-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में धर्मेेंद्र प्रधान अहम मंत्रालय संभाल रहे हैं. वे पेट्रोलियम मंत्रालय संभालने के बाद अब शिक्षा जैसा अहम पोर्टफोलियो देख रहे हैं. ये जानना दिलचस्प है कि धर्मेंद्र प्रधान हिमाचल की बेटी मृदुला ठाकुर के आगे दिल हार गए थे. उड़ीसा के युवा भाजपा नेता हिमाचल की तेजतर्रार छात्र नेता रहीं मृदुला ठाकुर से दिल की बाजी हारे तो हिमाचल और उड़ीसा का रिश्ता जुड़ गया. मृदुला ठाकुर पूर्व में हिमाचल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रमुख चेहरों में से एक रही हैं. हालांकि 1994 में वे केंद्रीय छात्र संघ के महासचिव पद का चुनाव बेहद कम अंतर से हार गई थीं, लेकिन उनके द्वारा हासिल वोट का आंकड़ा आज भी एबीवीपी के किसी भी छात्र नेता से अधिक है. मृदुला के मां-पिता दोनों शिक्षक रहे हैं. विवाह के बाद मृदुला पूरी तरह से गृहस्थी को समर्पित हैं और अपने पति को राजनीति में सहयोग करती हैं.
मंडी जिले के छोटे से गांव कोठुवां की रहने वाली मृदुला ठाकुर नब्बे के दशक में हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नेता थीं. मुंबई में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक अधिवेशन में धर्मेंद्र प्रधान की मुलाकात मृदुला ठाकुर से हुई थी. उसी अधिवेशन में धर्मेंद्र प्रधान मृदुला ठाकुर के मुरीद बन गए. प्रधान को मृदुला ठाकुर की छात्र राजनीति की समझ इस कदर भा गई कि उन्होंने उसे को जीवनसाथी बनाने का फैसला कर लिया. दोनों 1998 में विवाह के बंधन में बंधे थे. राजनीति में अति व्यस्त होने के कारण धर्मेंद्र प्रधान ना के बराबर हिमाचल आ पाते हैं.
जेपी नड्डा और मल्लिका बनर्जी-इस कड़ी में एक और बड़ा नाम जेपी नड्डा का है. दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के मुखिया जेपी नड्डा का प्रेम विवाह हुआ है. वे मध्य प्रदेश के जबलपुर की मल्लिका बनर्जी के प्रेम पाश में बंध गए थे. जेपी नड्डा के सियासी जीवन में मल्लिका नड्डा का सहयोग रहा है. सियासी व पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो जेपी नड्डा हिमाचल के बिलासपुर जिले के हैं.
सियासत की गलियों से गुजरते हुए ही मल्लिका और जेपी नड्डा का रिश्ता शादी के के हसीन मोड़ तक पहुंचा था. दोनों का छात्र राजनीति के जरिए ही एक-दूसरे के परिचय हुआ. उनकी पत्नी मल्लिका नड्डा जबलपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में सक्रिय थीं. छात्र जीवन में वे भी तेजतर्रार नेता रही हैं. जेपी नड्डा हिमाचल यूनिवर्सिटी में सक्रिय थे और कुशल वक्ता के रूप में पहचान रखते हैं. वे हिमाचल यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले पहले केंद्रीय छात्र संघ अध्यक्ष रहे हैं. मल्लिका नड्डा अध्यापन से जुड़ी हैं.