शिमला: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Urban Development Minister Suresh Bhardwaj) ने सदन में कहा कि स्मार्ट सिटी शिमला (Smart city shimla ) का कमांड सेंटर सचिवालय के नए भवन के ग्राउंड सेंटर में बनने की तैयारी है. ताकि शहर में लग रहे सीसीटीवी कैमरा और सुचारू ट्रैफक जैसी सुविधओं को बेहतर तरीके से चलाई जा सके. उन्होंने कहा कि इसपर अभी विचार किया जा रहा है कि वहां कौन-कौन से चीजों का कमांड रहेगा.
सदन में नियम 130 के तहत शिमला स्मार्ट सिटी परियोजना (Shimla Smart City Project) के अंतर्गत हो रहे विकासात्मक कार्यों पर सदन में चर्चा का उत्तर देते हुए शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शिमला शहर का इतिहास दो शताब्दियों तक पुराना है. उस वक्त अंग्रेजों ने केवल 50 हजार लोगों के क्षमता के लिए शहर में सुविधाएं उपलब्ध करवाई थी. जिसके कारण आज यह मूलभूत सुविधाएं अपर्याप्त लग रही हैं.
पानी की कमी (water scarcity in shimla) दूर करने के लिए केंद्र सरकार की सहयता से 1200 करोड़ रुपये से शिमला के लिए पानी उपलब्ध करने की योजना बनाई जा रही है. इस परियोजना की कुल कीमत 1850 करोड़ रुपये होगी और अगले 50 वर्षों तक यह शिमला की पानी की ज़रूरत पूरा करेगी. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जेएनएनयूआरएम के तहत शिमला को 3900 करोड़ रुपये का पेयजल प्रोजेक्ट मिला था लेकिन नगर निगम पर सीपीआईएम का कब्जा था और उन्होंने इस योजना को लागू नहीं होने दिया.