शिमला:केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने मंगलवार को ऊना के हरोली में बनने वाले बल्क ड्रग पार्क के कार्यों की वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की. इसमें हिमाचल की ओर से उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने हिस्सा लिया. दरअसल, देश के हिमाचल के अलावा आंध्र प्रदेश और गुजरात में भी एक-एक बल्क ड्रक पार्क तैयार किया जा रहा है. इस दौरान हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सरकार बल्क ड्रग पार्क के कार्यों में तेजी ला रही है. उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क में लैंड डेवलपमेंट करने का काम करने के लिए एनवायरमेंटल क्लीयरेंस जरूरी है. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि इसमें औपचारिकताएं दो माह में एनवायरमेंटल क्लीयरेंस के लिए सरकार आवेदन करेगी. उन्होंने कहा कि इसके बाद पार्क के लैंड डेवलपमेंट का काम किया जाएगा, जिसमें करीब एक साल का वक्त लगेगा और जिसके बाद निवेशकों को इसमें प्लाट का आवंटन कर किया जाएगा.
'तीन साल में बनकर तैयार होगा बल्क ड्रक पार्क':हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि पार्क के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में काम किया जा रहा है. पार्क में पानी की आरंभिक जरूरत को पूरा करने के लिए 32 करोड़ से 15 एमएलडी पानी वाले 12 टयूबेल के लिए जलशक्ति विभाग के माध्यम से टेंडर कर दिए गए हैं. इसके अलावा शुरूआत में में करीब 15 मेगावाट बिजली के लिए 14 करोड़ टेंडर भी कर दिए गए हैं. इसी तरह पार्क तक सड़क बनाने के लिए भी करीब 40 करोड़ पीडब्ल्यूडी को जल्द जारी कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्क के तैयार होने पर इसके लिए 120 मेगावाट बिजली की जरूरत होगी जिसके लिए बीबीएन से बिजली और नंगल से पानी की सप्लाई उपलब्ध करवाई जाएगी.