शिमला:उमंग फाउंडेशन के प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव ने कहा है कि कोरोना के गंभीर संकट में प्रदेश के ब्लड बैंकों में रक्त की भारी कमी के दौरान स्वयंसेवी संस्थाओं को रक्तदान शिविर लगाने की अनुमति देने से इनकार करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग अपने तौर पर रक्तदान शिविर लगाने के लिए कोई भी प्रयास नहीं कर रहा है. विभाग ने इसके लिए कोई रणनीति तैयार नहीं की है.
ब्लड की कमी पर स्वास्थ्य विभाग के पास कोई रणनीति नहीं
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर राजीव सैजल को भेजे एक पत्र में प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव और उमंग फाउंडेशन के ट्रस्टी विनोद योगाचार्य ने कहा कि कोरोना के गंभीर संकट के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने ब्लड बैंकों में रक्त की कमी से निपटने के लिए कोई कदम नहीं उठाए. कर्फ्यू के दौरान रक्तदाता स्वयं ब्लड बैंक जाकर खून दान नहीं कर पा रहे हैं. महामारी के कारण शहरों से लेकर गांव तक लोग रक्तदान करने में डर भी महसूस कर रहे हैं. ऐसे में उमंग फाउंडेशन समेत अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं रक्तदान शिविर लगाने के प्रयास कर रही हैं लेकिन कई जिलों में संबंधित एसडीएम रक्तदान शिविर के लिए अनुमति देने में आनाकानी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उमंग फाउंडेशन के प्रयासों से पिछले साल 20 मार्च को मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद स्वास्थ्य विभाग ने रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए एडवाइजरी जारी की थी.