शिमला:जल परिवहन सुविधा के लिए गोविंद सागर बांध में 107 अंतर्देशीय जल परिवहन मार्ग चिन्हित किए गए है और कुल 170 परमिट दिए गए है. 60 किमी. लंबा बिलासपुर-भाखड़ा मार्ग सबसे लंबा रूट है, जिसके लिए लोगों को केवल 80 रुपये किराया देना पड़ता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्तापानी और सलापड़ क्षेत्र के मध्य जल परिवहन सुविधाएं विकसित करने के लिए तत्तापानी और कसोल गांव में 2.02 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से दो जैटीज और सामान्य सुविधाएं निर्मित की जाएंगी.
कम लागत में मिलेगी परिवहन सुविधाएं
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जल परिवहन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही यह बात कही. उन्होंने कहा कि इस मामले में एनटीपीसी से जैटीज के निर्माण के लिए भूमि के उपयोग के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करने के लिए प्रारूप समझौता प्राप्त कर लिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे न केवल क्षेत्र के लोगों को कम लागत में प्रभावी परिवहन सुविधाएं उपलब्ध होंगी बल्कि क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह आकर्षण का अतिरिक्त केंद्र साबित होगा. इससे आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर सृजित होंगे.
योग्य डिजाइन माॅडल का विकास होगा हिस्सा
जयराम ठाकुर ने कहा कि परामर्श सेवाओं के लिए ई-टेंडर आमंत्रित किए जा चुके हैं, जिससे विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा सके. कोल बांध, भाखड़ा बांध, चमेरा बांध और पौंग बांध जलाश्यों में विधि मान्य स्थानों पर टेंडर दस्तावेज तैयार करने के लिए भी ई-टेंडर आमंत्रित की गई हैं. यात्रियों (और माल, यदि कोई हो) के लिए डिजाइन तत्वों का माॅड्यूलेराइजेशन और भविष्य में किए जाने वाले संभावित परिवर्तन के लिए अनुकूल योग्य डिजाइन माॅडल का विकास भी इसका हिस्सा होगा.