शिमला: सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बागवानी का काम भी अभी से शुरू हो गया है. इन दिनों जहां प्रदेश में ठंड पड़ रही है वहीं अब सेब के बगीचों में पौधों के कांट छांट का काम भी शुरू हो गया है. सेब की प्रुनिग कैसे की जाये जिससे सेब की पैदावार, गुणवत्ता और पौधों का रख-रखाव ठीक हो सके इसके लिए इन दिनों बागवान सेब की प्रुनिंग के लिए विशेषज्ञों की राय भी ले रहे हैं.
इसी कड़ी में ठियोग के गड़ाकुफर में नवयुवकों ने निजी कंपनियों के सहयोग से एक कैंप का आयोजन किया जिसमें कोटखाई के प्रगतिशील बागवान डिम्पल पांजटा ने शिरकत की. इस दौरान मतियाना ब्लॉक की 12 पंचायत के युवकों ने भाग लिया और सेब की प्रुनिग के बारे में जानकारी हासिल की.
युवाओं का कहना है कि सेब की कटिंग कैसे की जाए इसके बारे में विभाग अभी तक बागवानों तक जानकारी देने में विफल रहा है. इसके चलते अब युवा अपने स्तर पर पैसा खर्च कर के प्रगतिशील बागवानों से जानकारी हासिल कर रहे हैं जिससे लोगों को बहुत फायदा हो रहा है.
वहीं इस कैंप में प्रुनिग की जानकारी देते प्रगतिशील बागवान डिपंल पांजटा ने कहा कि सेब के पौधों के लिए प्रुनिंग और ट्रेनिंग की बहुत ज्यादा जररूत होती है. सेब की प्रुनिंग के लिए लोगों को जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. प्रुनिंग का सही समय फरवरी और मार्च में रहता है.