ठियोग:अगर आप ऊपरी शिमला के प्रवेश द्वार ठियोग से यात्रा करते हैं या ठियोग में आपका रोजाना आना जाना है तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. ऐसा हम इसलिए कह रहे है कि ठियोग का ट्रैफिक सिस्टम आपको आज से ही बदला हुआ दिखेगा. जिसका आपको पालन करना ही होगा नहीं तो आप परेशानी में पड़ सकते हैं.
जी हां ऐसा हम इसलिए कह रहा रहे है कि राजधानी शिमला के मुख्य प्रवेश द्वार ठियोग में जाम की समस्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए बड़े लंबे समय से किसी योजना की मांग की जा रही थी. जिसका अमलीजामा अब जल्द देखने को मिलेगा.
ठियोग की ट्रैफिक व्यवस्था अब बदलने जा रही है. इसको लेकर प्लान भी तैयार किया गया है. ठियोग के एसडीएम सौरभ जस्सल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ठियोग की ट्रैफिक को बदलने के लिए नगर परिषद और व्यापरियों सहित कई कमेटियों से बातचीत की गई है जिसके बाद अब ट्रैफिक व्यवस्था बदल जाएगी.
क्या हैं बदलाव
- जनोग घाट से रहीघाट तक सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक व्यापरियों का सामान नही उतरेगा शाम को 6 बजे के बाद या सुबह 8 बजे से पहले ये काम हो सकेगा.
- रहीघाट ओर प्रेम घाट के अलावा कंही भी गाड़ी को यू टर्न नहीं लेने दिया जाएगा.
- बस स्टैंड में खड़ी 5 टेक्सी में से केवल 2 टेक्सी ही खड़ी रह पाएगी.
- पेट्रोल पंप के पास पिकअप यूनियन की केवल एक ही गाड़ी वहां पार्क हो सकेगी.
- सड़क के किनारे येलो लाइन लगेगी जिसके अंदर गाड़ी 5 से 10 मिनट रुक सकेगी. जिसने बाजार से सामान लेना है. इसके अलावा खड़ी गाड़ियों का चालान किया जाएगा.
- बस स्टेंड में केवल 5 मिनट गाड़ी रुक सकेगी.
- राष्ट्रीय राजमार्ग 5 और बाजार में अतिक्रमण करने वाले लोगों पर कड़ी करवाई अमल में लाई जाएगी जिसके लिए जल्द रूपरेखा बन रही है.
इसके अलावा ठियोग कोर्ट रोड में अब गाड़िया एक तरफा ही चलेंगी. जिसका समय सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक किया गया है. जनोगघट से कोर्ट रोड़ में आने वाली गाड़ी हिमुडा कॉलोनी से वापिस ठियोग जाएगी. केवल आपात सेवाओं के लिए इन सभी सेवाओं में छूट दी गई है.
एसडीएम सौरभ जस्सल ने कहा कि ठियोग रामपुर, किन्नौर, रोहड़ू और चौपाल का मुख्य केंद्र है और यहां पर सेब सीजन में बहुत ज्यादा ट्रैफिक बढ़ जाता है. ऐसे में शहर की व्यवस्था बनाना हम सभी का दायित्व है और इस रूल को अभी शुरू कर दिया गया है, लेकिन लोगों को समझने में थोड़ा समय लगेगा. इसके लिए थोड़ा समय है, लेकिन अप्रैल के मध्य में इसे सख्ती से लागू किया जाएगा. जिसके लिए लोगों को इसे समझना होगा और इसका पालन करना होगा तभी इस समस्या का समाधान हो पाएगा.
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