शिमला: राजधानी शिमला के व्यापार मंडल में फिर से गुटबाजी खुलकर सामने आई है. अभी हाल ही में सर्वसम्मति से चुनी गई व्यापार मंडल की कार्यकारिणी के खिलाफ कारोबारियों ने ही मोर्चा खोल दिया है. इसके साथ ही अलग से चुनाव करवाने का एलान कर दिया है. रविवार को जैन हॉल में कारोबारियों की बैठक बुलाई गई, जिसमें सर्वसम्मति से चुनी गई कार्यकारणी को सिरे से नकारा गया और चुनावी प्रक्रिया से कार्यकारिणी का चुनाव करवाने की मांग की गई जिसके बाद चुनाव समिति का गठन किया गया.
रमेश चोजड को चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया गया है जबकि रमेश अग्रवाल, मुकेश शारदा को सदस्य बनाया गया है. कारोबारियों का आरोप है कि चंद लोगों ने बंद कमरे में अध्यक्ष सहित अन्य कार्यकारिणी का गठन किया गया है, जबकि नामाकंन भरने वाले सदस्यों ने इसमें अपनी सहमति नहीं दी थी. चुनाव समिति के अध्यक्ष रमेश चोजड ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत चुनावों के जरिए ही व्यापार मंडल की कार्यकारिणी का गठन किया जाता रहा है, लेकिन इस बार बिना चुनाव के ही चांद लोगों ने व्यापार मंडल का गठन कर दिया जो कि शहर के कारोबारियों को मंजूर नहीं है.
कारोबारी पहले से ही चुनाव करवाने की मांग कर रहे थे और जिसके बाद व्यापार मंडल द्वारा चुनावी प्रक्रिया शुरू की गई और 19 कारोबारियों ने नामांकन भरे लेकिन बंद कमरे में ही बिना किसी से बात किए कुछ लोगों को ही अध्यक्ष सहित अन्य पदों पर चुन लिया गया, जबकि चुनाव 12 सितंबर को होने थे. ऐसे में यदि सर्वसम्मति से किसी को भी चुना जाना था तो 12 सितंबर को ही सभी कारोबारियों के समक्ष यह फैसला लिया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और मनमर्जी से पदाधिकारियों को सर्वसम्मति से चुन लिया गया.