शिमला: देश के कुछ एक राज्यों में कोरोना के दूसरे स्ट्रेन के चलते बढ़ रहे मामलों ने एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को प्रभावित किया है. फरवरी माह से ही प्रदेश में हिमाचल के साथ लगते पड़ोसी राज्यों को छोड़कर मुबंई, हैदराबाद, गुजरात के साथ ही राजस्थान और बंगाल से पर्यटक घूमने के लिए आ रहे थे.
इन पर्यटकों के प्रदेश में आने से पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ रहा था, लेकिन अब कोरोना के दूसरे स्ट्रेन के बाद यहां से आने वाले पर्यटकों का रूझान कम हुआ है जिसका असर प्रदेश के पर्यटन पर पड़ा है. रोजाना जहां 15 से 20 फोन कॉल्स बुकिंग के लिए आ रहे थे. उनकी संख्या कम हो कर 10 से 5 ही रह गई है. इतना ही नहीं जो लोग बुकिंग के लिए फोन भी कर रहे हैं वह भी बुकिंग कंफर्म भी नहीं कर रहे हैं.
इंक्वायरी का फ्लो भी कम हुआ
कोरोना के मामले बढ़ने से हिमाचल में घूमने लाने वाले लोगों के इंक्वायरी का फ्लो भी कम हुआ है. जो पर्यटक हिमाचल में घूमने के लिए आना चाहते है वह अपनी बुकिंग की कन्फर्मेशन नहीं कर रहे हैं. पर्यटक हिमाचल में घूमने के लिए आना तो चाहते है लेकिन उनके लिए भी अभी स्थिति सपष्ट नहीं है.
ऐसे में रिफंडेबल बुकिंग ही पर्यटक चाह रहे हैं. पर्यटक उन्हीं होटलों में बुकिंग करवा रहे हैं जो उनका ट्रिप कैंसल होने पर उनके पैसे कैंसिलेशन चार्जिंज काटे बिना वापिस दे या फिर बुकिंग आगे के लिए एक्सटेंड करें.
पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान
अभी मात्र वही टूरिस्ट प्रदेश में घूमने के लिए आ रहे हैं जिन्होंने पहले ही अपनी बुकिंग होटलों, फ्लाइट और ट्रेन में करवाई थी और वह रिफंड नहीं थी. अब जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं तो वैसे- वैसे टूरिस्ट भी घूमने आने से कतराने लगे हैं और यही हालात रहे तो एक बार फिर से प्रदेश में पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान होगा.