छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू और सरकार की पाबंदी का सीधा असर होटल इंडस्ट्री पर पड़ा है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद होटल के मालिकों को एक बार फिर आर्थिक नुकसान का अंदेशा होने लगा है. प्रदेश में 90 फीसदी होटल बंद हैं, और इक्का दुक्का जो खुले भी हैं उनमें पर्यटक नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में इस मुश्किल घड़ी में कारोबारियों को सरकार से मदद की उम्मीद है.
सीएम जयराम ने मंडी में की कोरोना पर समीक्षा बैठक, दिए ये निर्देश
सीएम जयराम ने कहा कि प्रदेश में तीव्र गति से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले चिंता का विषय हैं, सीएम ने कहा कि मंडी के खलियार में 200 बिस्तरों की क्षमता वाला मेकशिफ्ट अस्पताल कोविड-19 रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को होम आइसोलेशन में मरीजों के निरन्तर सम्पर्क में रहना चाहिए, ताकि उनकी स्थिति की नियमित निगरानी की जा सके.
हिमाचल में कोरोना महामारी में सात बच्चे हुए अनाथ, सरकार करेगी देखभाल
कोरोना महामारी की वजह से हिमाचल में सात बच्चे अनाथ हुए हैं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि ऐसे बच्चों की देखभाल के लिए फौरन कार्रवाई की जाए और उन्हें 18 वर्ष की आयु तक 25 सौ रुपये प्रतिमाह भत्ता प्रदान किया जाए.
कोरोना के कठिन समय में देवभूमि को मिली 15 देशों से मदद, दिन-रात कार्य में जुटा स्वास्थ्य निदेशालय
दुनिया भर के करीब 15 देशों से आई मदद हिमाचल भी पहुंची है. इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर, पिपीई किट, मास्क और अन्य सामान शामिल है. शिमला के उपनगर कसुम्पटी में स्थित स्वास्थ्य निदेशालय में अधिकारी व कर्मचारी सहित श्रमिक दिन-रात सामान उतारने व आगे संस्थानों तक पहुंचाने में जुटे हैं. नोडल अधिकारी डॉ. रमेश ने बताया कि कोरोना के इस समय में विदेशों से बहुत मदद मिल रही है जो लाभकारी सिद्ध हो रही है.
सीएम जयराम से मिला व्यापार मंडल, आश्वासन के बाद बदला अपना फैसला
आज सर्किट हाउस मंडी में हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेशाध्यक्ष सोमेश शर्मा की अगुवाई में सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात की और उन्हें अपना मांगपत्र सौंपा. सीएम ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है, लेकिन महामारी के इस दौर में सरकार को न चाहते हुए भी पाबंदियां लगानी पड़ रही हैं.
मलाणा गांव को अब तक नहीं छू पाया कोरोना संक्रमण, ग्रामीणों ने लागू किए हैं सख्त नियम
विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र कहे जाने वाले मलाणा गांव में अब तक कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां के लोगों ने कोरोना को देखते हुए सख्त नियम लागू किए हैं. इस गांव में बाहर से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाया गया है. दूसरे गांव के लोग भी मलाणा गांव के मुख्य गेट पर ही मिलते हैं.
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