शिमला: गलवान घाटी में चीन सेना के साथ झड़प में 20 जवान शहीद हो गए. इसको लेकर देश में चीनी सामान के बहिष्कार की मांग की जा रही है. अब इसमें तिब्बती युवा कांग्रेस का भी समर्थन मिल गया है. तिब्बती युवा कांग्रेस ने चीन में निर्मित सामान का बहिष्कार किया और चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया.
शिमला के पंथाघाटी में तिब्बती कॉलोनी में सभी तिब्बती सदस्यों ने मिलकर मेड इन चाइना का बहिष्कार कर चीन के खिलाफ नारेबाजी की. गैर सरकारी तिब्बती संस्था तिब्बती युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पेमा दोरजे ने कहा चीन ने जो किया सही नहीं था.
लोगों के बीच जागरूकता लाने के लिए चीन में निर्मित सामानों का बहिष्कार के लिए वैश्विक आंदोलन शुरू किया है, जिसमें चीन के सामान की खरीदारी न करने को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा. दुनिया ने यह जान लिया कि चीन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि चीन को यह बात माननी होगी वहां की लापरवाही के कारण कोविड महामारी की वजह बन गई. चीन में निर्मित उत्पादनों का बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो सामान की खरीदारी हम करते हैं और चीन इन्हीं पैसों से अपनी आर्मी को मजबूत बना रहा है.
चीन इसका इस्तेमाल भारत के ही खिलाफ कर रहा है. बता दें कि धर्मशाला में स्थापित तिब्बती युवा कांग्रेस सबसे बड़ी तिब्बती गैर-संस्था है. तिब्बत की मुक्ति पूर्ण स्वतंत्रता के लिए कार्य करती है.
संस्था की ओर से 16 जून को धर्मशाला से ग्लोबल मूवमेंट ऑफ बॉयकॉट मेड इन चाइना अभियान चलाया गया था. जिस का समापन आज शिमला में किया गया. अभियान में तिब्बतियन समुदाय से जुड़े लोगों ने चाइना के खिलाफ जम कर नारेबाजी कर वहां के सामान के बहिष्कार की मांग की.
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