मां की अंतिम इच्छा पूरी करने उत्तराखंड के हनोल मंदिर पहुंचे The Great Khali उत्तराखंड/ विकासनगर:द ग्रेट खली के नाम से पहचाने जाने वाले दलीप सिंह राणा अपनी मां की अंतिम इच्छा को पूरा करने जौनसार बावर व हिमाचल के आराध्य देव महासू देवता मंदिर हनोल पहुंचे. ग्रेट खली यहां अपने पूरे परिवार के साथ पहुंचे. खली के साथ उनके पिता, छह भाई और उनकी बेटी हनोल मंदिर पहुंचे. यहां पहुंचने पर द ग्रेट खली ने सपरिवार मंदिर में माथा टेका और अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की.
मां कि अंतिम इच्छा को किया पूरा:द ग्रेट खली की मां का देहांत बीते साल ही हुआ है. द ग्रेट खली के बड़े भाई मंगल सिंह बताते हैं कि उनकी मां ने अपने सातों बेटों और परिवार सहित महासू देवता मंदिर हनोल दर्शन करने की मन्नत रखी थी. लेकिन एक साल पहले ही मां का देहांत हो गया. ऐसे में वह अब अपने परिवार के साथ हनोल मंदिर आए हैं. दलीप सिंह राणा द ग्रेट खली के सबसे बड़े भाई मंगल सिंह राणा, उनकी पत्नी जग्गू देवी, छोटे भाई भगत राम राणा, इंदर सिंह राणा, अतर सिंह राणा, सुरेंद्र राणा, यशपाल राणा यहां पहुंचे थे. उन्होंने बताया मंदिर समिति के लोगों ने बहुत ही आदर सम्मान किया.
सोशल मीडिया पर साझा की वीडियो:अपने इंस्टाग्राम अकांउट में द ग्रेट खली ने हनोल मंदिर का वीडियो सांझा किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि खली मंदिर परिसर में बैठे हैं और चारों तरफ उनके फैन उन्हें घेरे हुए है. कोई उनके साथ तस्वीर खींचवाने के लिए बेताब है तो कोई उन्हें अपने सामने देखकर ही उत्सुक है. खली वीडियो में कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि यहां सभी को आना चाहिए क्योंकि यहां आकर सभी की मनोकामनाएं पुरी होती हैं. उन्होंने कहा कि वह पहली बार यहां आए हैं और उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. वहीं, इस दौरान द ग्रेट खली स्थानीय लोगों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं. द ग्रेट खली का आम लोगों के साथ इस तरह बातचीत करना उनके फैन्स को भी बेहद पसंद आ रहा है.
हिमाचल के रहने वाले हैं द ग्रेट खली: बता दें कि द ग्रेट खली हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म 27 अगस्त 1972 को राजपूत परिवार में हुआ. खली एक भारतीय पेशेवर पहलवान है. इसके अलावा वह कुश्ती प्रमोटर और अभिनेता भी हैं. द ग्रेट खली के पिता का नाम ज्वाला राम और इनकी माता का नाम टांडी देवी है. खली का मां का निधन एक साल पहले हुआ था. और मां की इच्छा पूरी करने के लिए खली सपरिवार हनोल मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने महासू महाराज का आशीर्वाद लिया.