शिमला: हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी ठाकुर ने प्रदेश सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि जयराम सरकार ने छ्ठे वेतन आयोग से संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दी है. अब कर्मचारी सहूलियत के (New revised pay scale in himachal ) अनुसार अपना फैक्टर चुन सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने हमें आश्वस्त किया है कि अगर कोई भी गंभीर विषय नोटिफिकेशन के बाद आता है तो उस पर सकारात्मक रूप से विचार किया जाएगा.
अश्वनी ठाकुर ने प्रदेश के कर्मचारियों से निवेदन किया कि वित्त विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही उस फैक्टर को चुनें जो उन्हें बेहतर लगता है. उन्होंने कहा कि हर विभाग में वित्त संबंधी विशेषज्ञ कार्यरत हैं और उन्हें सामान्य कर्मचारियों की अपेक्षा वित्त संबंधी (New revised pay scale in himachal) अधिक जानकारी रहती है. ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों को पर्याप्त समय दिया गया है. कर्मचारियों को वही फैक्टर चुनना चाहिए जिससे उन्हें अधिक लाभ हो.
अश्विनी ठाकुर ने कहा की (himachal arajpatrit karamchari mahasangh) एसीपीएस स्कीम वेतन आयोग का हिस्सा नहीं है. 1996 के वेतन स्केल में भी यह नहीं था. इसकी शुरुआत 1998 में हुई. वह इसलिए शुरू किया गया क्योंकि ऐसी बहुत सी श्रेणियां है जिनको एक पद पर लंबे अंतराल के लिए रहना पड़ता है. उन श्रेणियों को लाभ देने के लिए टाइम स्केल दिया गया था. यह 8-16-32 की तर्ज पर दिया जाता है. उसके बाद 2006 के वेतन आयोग की सिफारिशों को भी देख सकते हैं. उस समय की वेतन आयोग की सिफारिशों में भी टाइम स्केल का जिक्र नहीं किया गया है.
हिमाचल अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने जयराम सरकार का जताया आभार, प्रदेश के कर्मचारियों से की ये जरूरी अपील - hp govt employees salary hike
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी महासंघ ने जयराम सरकार का आभार जताया है. महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी ठाकुर ने कहा कि (New revised pay scale in himachal) सरकार ने छ्ठे वेतन आयोग से संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर कर्मचारियों की मांग को पूरा किया है. उन्होंने हिमाचल के कर्मचारियों से (himachal arajpatrit karamchari mahasangh) निवेदन किया कि वित्त विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही उस फैक्टर को चुनें जो उन्हें बेहतर लगता है.
1998 के बाद टाइम स्केल 2009 में टाइम्स के लिए रिवाइज किया गया. उस वक्त इससे 4-9-14 में बदला गया. ऐसा इसलिए किया गया की 8-16-32 समय अभी बहुत अधिक थी. इसे कम किया जाना जरूरी था. अश्वनी ठाकुर ने कहा कि जहां तक टाइम स्केल की बात है. उस पर राज्य सरकार से बात की जाएगी और हमें पूरी उम्मीद है कि कर्मचारियों के आग्रह पर राज्य सरकार टाइमस्केल रिव्यू करेगी. कर्मचारियों को उनका हक दिया जाएगा.
दरअसल प्रदेश सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करते हुए संशोधित वेतनमान के नियमों को अधिसूचित कर दिया है. इसके लिए हिमाचल प्रदेश सिविल सर्विस रूस में संशोधन किया गया है. वित्त विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के (pay scale notification in himachal) अनुसार वेतन बढ़ोतरी के दो फॉर्मूले तय किए गए हैं. बढ़ा वेतन फरवरी में मिलेगा. वेतन निर्धारण के लिए कर्मचारियों के पास 2.59 और 2.25 के फैक्टर के दो विकल्प होंगे. यह प्रदेश के कर्मचारियों की लंबे समय से मांग थी.
ये भी पढ़ें :सिरमौर में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर प्रशासन सतर्क, DC ने की तैयारियों की समीक्षा