शिमला :कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड में अभी तक 27,31,19,009 रुपये एकत्रित हो चुके हैं. देवभूमि हिमाचल के मंदिरों ने कोरोना संकट के इस दौर में आम जनता की मदद के लिए अपने-अपने खजाने खोल दिए हैं. हिमाचल के मंदिरों ने अभी तक 15 करोड़ रुपये के करीब रकम कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए गठित फंड में दिए हैं. ये सिलसिला अभी भी जारी है.
देश के विख्यात शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी मंदिर व बाबा बालकनाथ मंदिर ट्रस्ट ने सरकारी खजाने में पांच-पांच करोड़ रुपये का अंशदान दिया है. बिलासपुर से मां नैना देवी ट्रस्ट ने 2.50 करोड़ रुपये व कांगड़ा जिला के विख्यात शक्तिपीठ मां ज्वालामुखी मंदिर ने एक करोड़ रुपये का अंशदान किया है. बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा ने पचास लाख रुपये दिए हैं. शिमला के मशहूर कालीबाड़ी मंदिर ने 25 लाख रुपये की आहूति डाली.
सुखद बात ये है कि हिमाचल के ग्रामीण इलाकों के मंदिर भी इस सेवा यज्ञ में पीछे नहीं हैं. सबने यथाशक्ति सरकारी खजाने में अंशदान दिया है. इसी तरह मंडी के विख्यात देव कमरूनाग मंदिर प्रबंधन ने 11 लाख रुपये दान किए. हमीरपुर के गसोता महादेव मंदिर ने 10 लाख रुपये भेंट किए हैं. मंडी से अन्य देवी-देवताओं ने 7.51 लाख रुपये भेंट किए हैं. मंडी जिला के सभी मंदिरों से अब तक कुल 22.51 लाख रुपये दिए जा चुके हैं.
किन्नौर के मूरंग मंदिर प्रबंधन ने 1.20 लाख रुपये की रकम भेंट की. कुल्लू के रघुनाथ मंदिर ने एक लाख रुपये दिए हैं. कुल्लू के आनी के मंदिर भझारी कोट व बूढ़ी नागिन मंदिर ने 1.52 लाख रुपये का अंशदान कोरोना से लड़ाई में किया है. मंडी के मगरू महादेव छतरी ने एक लाख रुपये, ममलेश्वर महादेव मंदिर करसोग, तेबणी महादेव मंदिर ने एक लाख रुपये, मूल माहूंनाग मंदिर एक लाख रुपये भेंट किए हैं.
जिला शिमला की बात करें तो यहां के ग्रामीण इलाकों के मंदिरों ने भी कोरोना से निपटने के लिए सरकार की मदद को हाथ बढ़ाया है. ऊपरी शिमला के नावर क्षेत्र के देवता महाराज नारायण ने 1.51 लाख रुपये अंशदान किया है. नावर क्षेत्र के ही रुद्र देवता महाराज ने 2 लाख रुपये, देवता साहिब गोलीनाग पुजारली ने 1.51 लाख रुपये, देवता बौंद्रा महाराज ने अपने खजाने से दो लाख रुपये कोविड सॉलिडेरिटी फंड में दान दिए हैं.
शिमला जिला के ठियोग में के चिखड़ेश्वर महादेव मंदिर ने 11 लाख रुपये की आहूति इस सेवा यज्ञ में डाली है. कुफरी की जयेश्वरी देवी धरेच मंदिर समिति ने 1.11 लाख रुपये व कुफरी के नवदुर्गा मंदिर ने 51 हजार रुपये दिए हैं. सोलन जिला के अर्की में बनिया देवी मंदिर की दुर्गा मंदिर समिति ने 1.25 लाख रुपये भेंट किए.