शिमला: कोरोना कर्फ्यू की वजह से राजधानी शिमला में टैक्सी कारोबार पूरी तरह ठप पड़ गया है. कर्फ्यू की वजह से टैक्सी ऑपरेटर के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. ऑल हिमाचल कमर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने सरकार पर टैक्सी ऑपरेटरों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. एक्शन कमेटी का आरोप है कि शहर में निजी गाड़ियां धड़ल्ले से सवारियां ढो रही हैं, लेकिन प्रशासन इन पर रोक नहीं लगा रहा.
गुजर-बसर करना हुआ मुश्किल
ऑल हिमाचल कमर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि बीते डेढ़ साल से टैक्सी संचालकों के पास नाम मात्र का काम है. ऐसे में टैक्सी संचालकों के लिए घर का किराया देने से लेकर बच्चों की फीस देना भी मुश्किल हो गया है. प्रदेश सरकार की ओर से टैक्सी संचालकों को कोई राहत नहीं दी जा रही है.
2018 से काम बंद