शिमला:पूर्व की जयराम सरकार के कार्यकाल में खोले गए शिक्षण संस्थानों को लेकर तैयार रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं. कुल पांच कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें एक भी एडमिशन नहीं है. इसके अलावा 15 कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें नाममात्र एडमिशन हैं. ऐसे में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार इन 18 कॉलेजों को बंद कर सकती है.शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के पास उच्च शिक्षा विभाग से इस बारे में रिपोर्ट आ चुकी है.
जयराम सरकार ने 2022 में खोले थे 18 कॉलेज:चुनावी वर्ष यानी 2022 में जयराम सरकार ने प्रदेश में कुल 23 डिग्री कॉलेज खोले थे. उनमें से 5 में जीरो एडमिशन है और 13 में मामूली इनरोलमेंट है. केवल पांच कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें कुछ बेहतर संख्या में छात्र हैं.ऐसे में सवाल पैदा हो रहा है कि क्या सुखविंदर सिंह सरकार इन्हें बंद करेगी या फिर इनका रेशनेलाइजेशन होगा. बताया जा रहा है कि जीरो एडमिशन वाले स्कूल डिफंक्ट यानी फंक्शनल नहीं रहेंगे. इसके अलावा नाममात्र एडमिशन वाले कॉलेज भी बंद किए जा सकते हैं. इन कॉलेजों को लेकर क्या फैसला होगा, ये सीएम के लौटने के बाद तय होगा.
पांच कॉलेज में छात्र नहीं:भाजपा राज में खुले जिन पांच डिग्री कॉलेज में एक भी छात्र नहीं है, उनमें हमीरपुर जिले का लंबलू डिग्री कॉलेज, मंडी जिले का पांगणा डिग्री कॉलेज, शिमला जिले का जलोग डिग्री कॉलेज, सोलन जिले का चंडी डिग्री कॉलेज और रामपुर के पास खोला गया सिंगला डिग्री कॉलेज शामिल है. इसके अलावा बालसिन्हा डिग्री कॉलेज में 20 छात्र हैं तो हमीरपुर के गलोड़ डिग्री कॉलेज में 10, मंडी के पंडोह में 21, सोलन के ममलीग में पांच, नूरपुर के बरांडा में छह, सिरमौर के सतौन में 11, सोलन के बरुणा में 35, स्वारघाट में 20, चंबा के मसरुंड में 28, कोटला में एक, कांगड़ा के चढियार में 12, मंडी के बागाचनौगी में तीन और कुल्लू के जगतसुख में चार छात्रों ने एडमिशन ली है.