शिमला:हिमाचल में पांच साल के बाद शराब के ठेके नीलाम हो रहे हैं. सुखविंदर सिंह सरकार को शराब ठेकों की नीलामी से अच्छी आय हुई है. अभी तक की नीलामी में विभिन्न जिलों के ठेकों से सरकार को 1815 करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिल चुकी है. खुली बोली से अभी जो ठेके नीलाम हुए हैं, उससे सरकार को नीलामी फीस के तौर पर 1815 करोड़ रुपए से अधिक मिल चुके हैं. राज्य सरकार ने इस साल आबकारी नीति लाई है, उससे 2350 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व आएगा. ये रकम बढ़ भी सकती है.
इस वित्तीय वर्ष में यानी 31 मार्च तक 2023 तक 2131 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाने का लक्ष्य तय किया गया था. पूर्व की जयराम सरकार ने ठेकों की नीलामी की बजाय लाइसेंस फीस रिन्यू कर 1296 करोड़ रुपए जुटाए थे. अब सुखविंदर सिंह सरकार ने ठेकों की नीलामी से 1800 करोड़ रुपए से अधिक जुटा लिए हैं. अभी तो ये ऑक्शन फीस है. फिर लाइसेंस फीस से राजस्व मिलेगा. ठेकों की नीलामी से रिन्यूअल फीस के मुकाबले औसतन चालीस फीसदी उछाल आया है. उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में इस समय 2042 शराब के ठेके हैं. इसमें 300 से अधिक अंग्रेजी शराब के ठेके हैं. हिमाचल में 18 मार्च तक शराब ठेकों की नीलामी की तिथि तय की गई थी. जहां तक रुपयों की बात है तो शिमला जिला से सबसे अधिक ऑक्शन फीस मिली है.