शिमला:वैश्विक महामारी कोरोना वायरस दीमक की तरह पूरे विश्व को चाट रहा है. इस वायरसे के प्रभाव से कोई अछूता नहीं रहा. बड़े-बड़े उद्योगपतियों से लेकर दिहाड़ीदार मजदूर इस वायरस ने सभी को घुटनों पर ला दिया है. शिक्षा का क्षेत्र हो या राजनीति का रण, हर वर्ग पर इसने अपना ऐसा ग्रहण लगाया है. जिससे उभरने में कई दिन नहीं बल्कि कई साल लग सकते हैं.
देश में लगे लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था चोपट हो गई है. वक्त के साथ जिंदगी और अर्थव्यवस्था भले ही पट्टरी पर आ जाएगी, लेकिन विद्यार्थियों के बरबाद हो रहे कीमती समय की भरपाई कोई नहीं कर पाएगा. कोरोना ने देश में धावा भी ऐसे वक्त पर बोला जब पूरे भारत में बच्चों की परीक्षाओं का दौर चल रहा था.
वायरस से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सरकार ने बिना देरी देशभर में लॉकडाउन लगा दिया. इस दौरान सभी शिक्षण संस्थानों को भी बंद किया गया और बोर्ड की परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया. हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड की जमा 2 की कंप्यूटर साइंस ऑटोमोबाइल और टूर एंड ट्रेवल सहित 11 अन्य वोकेशनल विषयों की परीक्षाओं के साथ ही जियोग्राफी, फाइनेंशियल लिटरेसी, नृत्य और फाइन आर्ट की परीक्षाएं रद्द हो गई हैं.
सीबीएसई की ओर से दसवीं के छात्रों की कंप्यूटर एप्लीकेशन के साथ ही 12वीं के छात्रों की 21, 24 और 28 मार्च को होने वाली परीक्षाओं को स्थगित किया गया था. सीबीएसई की ओर से रद्द की गई परीक्षा कब करवाई जाएंगी इसे लेकर फैसला अभी लिया जाना बाकी हैं. वक्त बीतता जा रहा है, घर बैठे छात्रों को अब अपने भविष्य की चिंता सता रही है. वही, जिन छात्रों की परीक्षाएं पूरी हो गई हैं वह अपनी परीक्षाओं की इवैल्यूएशन के साथ ही रिजल्ट को लेकर चिंतित है कि कहीं कोरोना की वजह से उनका परीक्षा परिणाम भी देरी से घोषित ना हो, जिसकी वजह से उन्हें आगे जाकर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
ये परीक्षाएं अभी होना बाकी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड की जमा 2 की कंप्यूटर साइंस ऑटोमोबाइल और टूर एंड ट्रेवल सहित 11 अन्य वोकेशनल विषयों की परीक्षाओं के साथ ही जियोग्राफी, फाइनेंशियल लिटरेसी, नृत्य और फाइन आर्ट की परीक्षाएं रद्द हो गई हैं.
सीबीएसई की ओर से दसवीं के छात्रों की कंप्यूटर एप्लीकेशन के साथ ही 12वीं के छात्रों की 21, 24 और 28 मार्च को होने वाली परीक्षाओं को स्थगित किया गया था. सीबीएसई की ओर से रद्द की गई परीक्षा कब करवाई जाएंगी इसे लेकर फैसला अभी लिया जाना बाकी हैं. वक्त बीतता जा रहा है, घर बैठे छात्रों को अब अपने भविष्य की चिंता सता रही है. वही, जिन छात्रों की परीक्षाएं पूरी हो गई हैं वह अपनी परीक्षाओं की इवैल्यूएशन के साथ ही रिजल्ट को लेकर चिंतित है कि कहीं कोरोना की वजह से उनका परीक्षा परिणाम भी देरी से घोषित ना हो, जिसकी वजह से उन्हें आगे जाकर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
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