शिमला: प्रदेश में फरवरी महीने से ही स्कूल बंद हैं. परीक्षाओं के बाद स्कूल खुलने थे, लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए स्कूलों को नहीं खोला गया है. छात्रों की पढ़ाई पर इसका बुरा असर पड़ रहा था, लेकिन बच्चों की पढ़ाई घर से ही शुरू कर दी गई है और जब से पढ़ाई शुरू की गई है तब से ही जिला शिमला में स्टेशनरी की दुकानें भी खोली जा रही है.
बच्चे अपनी जरूरत की चीजें लेने के लिए और किताबें लेने के लिए स्टेशनरी की दुकानों पर पहुंच रहे हैं. किसी ना किसी किताब की जरूरत बच्चों को अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए पड़ रही है. वहीं, दूसरी तरफ छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से तो खुश हैं, लेकिन अब उन्हें कहीं ना कहीं स्कूल की कमी खलने लगी है.
बच्चों का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई को समझ पाना इतना आसान नहीं है. बहुत ही चीजें हैं जो समझ नहीं आ पा रही. ऐसे में अगर स्कूल खुल जाते और उनकी पढ़ाई स्कूल की कक्षाओं में होती, तो उन्हें ज्यादा अच्छे से चीजें समझ आती. हालांकि वह मान रहे हैं.