शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से 15 सिंतबर से करवाई जाने वाली पीजी और डिप्लोमा कोर्सेज की परीक्षाओं के लिए बाहरी राज्यों से आने वाले और प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षाएं देने के लिए आने वाले छात्रों को हॉस्टल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी.
यह सुविधा उन्हीं छात्रों को मिलेगी जो पहले से ही एचपीयू के छात्रवासों में रह रहे है और उन्हें हॉस्टल अलॉट हैं. इन छात्रों को हॉस्टल की सुविधा देने के लिए एचपीयू की ओर से कुछ एक नियम तय किए गए हैं उन्हें पूरा करने पर ही छात्रों को हॉस्टल में परीक्षाओं के दौरान ठहराया जाएगा.
एचपीयू प्रशासन ने यह तय किया है कि जो छात्र बाहरी राज्यों से पीजी की परीक्षाएं देने के लिए आ रहे है उन छात्रों को अपने साथ रैपिड एंटीजन टेस्ट की नेगिटिव रिपोर्ट ले कर आना होगा. इसके बाद ही छात्रों को एचपीयू के हॉस्टल में रुकने के लिए कमरा दिया जाएगा.
इसके साथ ही प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से जो छात्र परीक्षा देने के लिए आएंगे उन्ही तभी एचपीयू के हॉस्टल में ठहरने की सुविधा एचपीयू की ओर से दी जाएगी अगर वह अपने साथ डिस्टेंस सर्टिफिकेट ले कर आएंगे. इन छात्रों को एक ऐसा सर्टिफिकेट तहसीलदार लेवल के अधिकारी से लाना होगा जिसमें इस बात की पुष्टि होती हो की पीजी परीक्षाओं के लिए एचपीयू की ओर से जो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं छात्र के घर से उस परीक्षा केंद्र की दूरी 50 किलोमीटर की है.
यानी वह परीक्षा केंद्र छात्र के घर से 50 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है. इस तरह का डिस्टेंस सर्टिफिकेट लाने वाले छात्र को ही एचपीयू की ओर से परीक्षाओं के लिए हॉस्टल में रुकने की अनुमति दी जाएगी. जो भी छात्र बाहरी राज्यों से ओर प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षा देने के लिए आएंगे उन्हें एचपीयू डीएसपी को रिपोर्ट करना होगा.