शिमला: निजी स्कूलों की ओर से पूरी फीस लेने के फैसले के खिलाफ छात्र अभिभावक मंच ने अपना मोर्चा खोल दिया है. मंच सरकार के फैसले का विरोध कर रहा है. छात्र अभिभावक मंच के सदस्यों ने शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. इस प्रदर्शन में सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गई. मंच का आरोप है कि सरकार ने अभिभावकों की परवाह किए बिना ही निजी स्कूलों को लाभ देने के लिए इस तरह का फैसला लिया है.
निजी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की फीस पिछले 3 महीने से जमा नहीं हुई है और स्कूल फीस वसूलने की तैयारी कर रहे हैं और अभिभावकों को लगातार स्कूल की तरफ फीस जमा करवाने के लिए एसएमएस भेज रहे हैं.
छात्र अभिभावक मंच के सदस्य विवेक कश्यप ने कहा कि कोविड 19 की वजह से बहुत से अभिभावकों की नौकरियां जा चुकी हैं और लोग आर्थिक तंगी से जूझ में हैं.ऐसे में अभिभावकों के लिए पूरी फीस देना आसान नहीं है, लेकिन न्यायालय ने निजी स्कूलों के हित में फैसला लिया और अभिभावकों की परेशानी को बढ़ा दिया है. स्कूलों की ओर से अभिभावकों को डराया और धमकाया जा रहा है. उन्हें पूरी फीस जमा करवाने के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्हें कहा जा रहा है कि अगर उन्होंने पूरी फीस जमा नहीं करवाई तो उनके बच्चों को परीक्षाओं में नहीं बैठने दिया जाएगा.