शिमला: कोरोना के इस संकट के बीच भी निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावक लगातार परेशान हैं. निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने और केवल ट्यूशन फीस वसूली के आदेश को लागू करवाने व सभी तरह के चार्जेज पर रोक लगाने की मांग को लेकर छात्र अभिभावक मंच के एक प्रतिनिधिमंडल ने उच्चतर शिक्षा निदेशक से मुलाकात की और अपनी मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया.
ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने यह मांग की है कि शिक्षा विभाग की ओर से निजी स्कूलों को जो आदेश जारी किए गए हैं, उन आदेशों का पालन भी विभाग करवाएं. मंच ने मांग की है कि सभी स्कूलों को उनकी फीस बुकलेट जारी करने के आदेश जारी किए जाएं.
छात्र अभिभावक मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा कि सरकार और विभाग की ओर से यह निर्देश जारी किए गए थे कि निजी स्कूल मात्र ट्यूशन फीस ही वसूल सकेंगे. यह ट्यूशन फीस भी वर्ष 2019 की तर्ज पर ही निजी स्कूलों को लेनी थी, लेकिन स्थिति इन आदेशों के बिल्कुल विपरीत ही है.
स्कूल जहां ट्यूशन फीस बढ़ाई गई दरों के साथ वसूल रहे हैं, तो वहीं कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जिन्होंने ट्यूशन फीस के साथ ही अन्य फंड भी अभिभावकों से वसूल ली है. अब जब अभिभावक इसका विरोध जता रहे हैं, तो भी स्कूल अतिरिक्त ली गईं फीस को ना तो आगामी फीस के साथ एडजस्ट कर रहे हैं और ना ही उसे वापस लौटा रहे हैं.