शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. कुछ जिले कोरोना मुक्त होने के बाद फिर से कोरोना के चपेट में आ गए हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हिमाचल सरकार ने बंदिशें बढ़ा दी हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद प्रदेश में कोरोना के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिले के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें.
जयराम ठाकुर ने ऑक्सीजन उत्पादकों को राज्य में ऑक्सीजन के अधिकतम उत्पादन के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा लीकेज पर भी ध्यान देने को कहा ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य के लिए 15 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन का कोटा निर्धारित किया है. राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने का केंद्र सरकार से आग्रह किया है.
ज्य में ऑक्सीजन का उत्पादन सरप्लस है लेकिन ऑक्सीजन के परिवहन के लिए हमें सिलेंडरों की आवश्यकता है. इसके लिए केंद्र से डी-टाइप के 5000 और बी-टाइप के 3000 सिलेंडर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया गया है. यह बात मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन उत्पादकों को संबोधित करते हुए कही.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 3,346 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 1200 बेड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 500 वेंटिलेटर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश में पर्याप्त इंतजाम हैं.
हिमाचल में वैक्सीनेशन