शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. कुछ जिले कोरोना मुक्त होने के बाद फिर से कोरोना के चपेट में आ गए हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हिमाचल सरकार ने बंदिशें बढ़ा दी हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद प्रदेश में कोरोना के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिले के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें.
हिमाचल को 6 ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत पर सीएम जयराम ने जताया आभार
हिमाचल प्रदेश को 6 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत करने के पर जयराम ठाकुर ने आभार जताया है. उन्होंने कहा कि इसके बाद हिमाचल में 13 ऑक्सीजन प्लांट होने से न केवल प्रदेश में पर्याप्त ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित होगी बल्कि हिमाचल प्रदेश ऑक्सीजन सरप्लस राज्य भी बनेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को नागरिक अस्पताल पालमपुर, क्षेत्रीय अस्पताल मंडी, शिमला जिले के नागरिक अस्पताल रोहड़ू व खनेरी, डाॅ. यशवंत सिंह परमार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल नाहन और क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे इन स्वास्थ्य संस्थानों में 1400 बिस्तरों को ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी. सीएम जयराम ने कहा कि राज्य के लिए केन्द्र सरकार ने पूर्व में सात ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए हैं, जिन्हें धर्मशाला, मण्डी, शिमला, चम्बा, नाहन, हमीरपुर और टांडा में स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि धर्मशाला, मण्डी और शिमला प्लांट में ऑक्सीजन उत्पादन शुरू हो चुका है, जबकि शेष प्लांट में भी जल्दी ही उत्पादन शुरू किए जाएंगे.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 3,346 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 1200 बेड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 500 वेंटिलेटर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश में पर्याप्त इंतजाम हैं.