शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. कुछ जिले कोरोना मुक्त होने के बाद फिर से कोरोना के चपेट में आ गए हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हिमाचल सरकार ने बंदिशें बढ़ा दी हैं. राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए फाइव डे वर्किंग वीक का प्रावधान किया गया है.
हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद प्रदेश में कोरोना के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिले के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें.
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि 18 साल से 45 साल के लोगों को सरकारी कोविड टीकाकरण केन्द्रों पर टीका लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशील्ड की 73 लाख खुराक खरीदने के लिए बात की है. वहीं, दवा निर्माता कंपनी ने कहा है कि तीन से चार सप्ताह में आपूर्ति शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इस पर करीब 400 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. साथ ही वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कोवैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक से भी बात चल रही है.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 3,000 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 1200 बेड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 500 वेंटिलेटर हैं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश में पर्याप्त इंतजाम हैं.
हिमाचल में वैक्सीनेशन