शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. कुछ जिले कोरोना मुक्त होने के बाद फिर से कोरोना के चपेट में आ गए हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हिमाचल सरकार ने बंदिशें बढ़ा दी हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद प्रदेश में कोरोना के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिले के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें. कोरोना पर काबू पाने के लिए प्रदेश में 26 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू है.
हिमाचल के भीतर और बाहर निजी अस्पतालों में भी सरकार करवाएगी कोरोना मरीजों का इलाज
हिमाचल सरकार ने कोविड-19 से निपटने के लिए राज्य के भीतर और बाहर के निजी अस्पतालों को शामिल कर उनकी सेवाएं लेने का निर्णय लिया है. साधारण बिस्तर के लिए प्रतिदिन 800 रुपये प्रतिदिन, ऑक्सीजन युक्त बिस्तर के लिए 4000 रुपये प्रतिदिन निर्धारित किये गये हैं. कोविड-19 रोगियों के लिए आईसीयू के 9 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से तय किए गए हैं.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 3,595 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें2,487 बेड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 288 वेंटिलेटर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश में पर्याप्त इंतजाम हैं.
हिमाचल में वैक्सीनेशन