शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. कुछ जिले कोरोना मुक्त होने के बाद फिर से कोरोना के चपेट में आ गए हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हिमाचल सरकार ने बंदिशें बढ़ा दी हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद प्रदेश में कोरोना के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिले के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर हालात का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना न भूलें.
18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए एक सप्ताह के भीतर शुरू होगा वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण के पंजीकरण की प्रक्रिया पहले से ही जारी है. इस आयुवर्ग के लिए एक सप्ताह के भीतर वैक्सीनेशन का कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 45 से ऊपर आयुवर्ग के लिए शुरू किया गया टीकाकरण अभियान काफी तेजी से चल रहा है तथा प्रदेश में वेक्सीनशन का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 3,346 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 1804 बेड ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 750 वेंटिलेटर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश में पर्याप्त इंतजाम हैं.
हिमाचल में वैक्सीनेशन
प्रदेश में गुरुवारको 45 से 60 वर्ष के 9,002 को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई, जबकि 4,977लोगों को दूसरी डोज दी गई. वहीं, 60 वर्ष से अधिक उम्र के 3,742 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई, जबकि 10,919 लोगों को दूसरी डोज दी गई है. बता दें कि प्रदेश में अभी तक 45 से 60 वर्ष के 8,61,509लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है, जबकि 63,939 लोगों को दूसरी डोज दी गई है. 60 वर्ष से अधिक उम्र के 6,92,404लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज अब तक दी जा चुकी है, जबकि2,45,492लोगों को दूसरी डोज दी चुकी है.