शिमला:राजधानी शिमला के दीनदयाल अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीजों को अब आईजीएमसी रेफर नहीं करना पड़ेगा. अस्पताल में 5 नए वेंटिलेटर की सुविधा प्रदान की गई है. सोमवार को अस्पताल में वेंटिलेटर फिट करने का काम शुरू किया गया है. इससे पहले अस्पताल के पास वेंटिलेटर नहीं थे. सरकार ने डीडीयू अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बनाया है, कोविड सेंटर बनने के बाद आईजीएमसी से यहां 4 वेंटिलेटर लाए गए थे,लेकिन वह काफी नहीं थे. इस मुद्दे को सरकार के सामने रखा गया और अब सरकार ने डीडीयू के लिए पांच वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए हैं. इससे अब यहां पर आने वाले मरीजों को अच्छी सुविधा मिल पाएगी.
कोविड सेंटर बनाया गया डीडीयू
बता दें कि डीडीयू अस्पताल में आने वाले कोरोना के गंभीर मरीज वेंटिलेटर ना होने के कारण आईजीएमसी रेफर किए जा रहे थे,लेकिन पिछले हफ्ते सोलन के बद्दी से दो मरीजों को शिमला रेफर किया गया था. इसमें एक कोविड मरीज की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी, जिसे रातों-रात आईजीएमसी रेफर करना पड़ा था और मरीज की सांस फूलने के कारण उसे वेंटिलेटर की जरूरत थी. डीडीयू के नए भवन में भी वेंटिलेटर के प्वाइंट नहीं है, लेकिन अब प्वाइंट बनाने का काम शुरू कर दिया है.
वेंटिलेटर से मरीजों को मिलेगी राहत
डीडीयू अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बनाए जाने के बाद शिमला जिला के साथ-साथ किन्नौर जिला से आने वाले कोरोना मरीजों को भी यहां रखा जा रहा है. कई बार सोलन से भी कोरोना मरीजों को इलाज के लिए भेजा जा रहा है. इसके अलावा संदिग्ध मरीजों को भी यहीं रखा जा रहा है. ऐसे में यहां मरीजों की संख्या अधिक होने पर उन्हें पूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन अब वेंटिलेटर के आने से मरीजों को राहत मिलेगी.