शिमला: लोक निर्माण, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय समरहिल के खेल मैदान में 5वीं वाइस चांसलर टी20 क्रिकेट एंप्लॉय टूर्नामेंट के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को उचित मंच प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है. युवाओं को नशे और तनाव से दूर रखने के लिए खेल उचित माध्यम है. इसके लिए युवा सेवाएं एवं खेल विभाग सितंबर और अक्टूबर में ग्रामीण ओलंपियाड आयोजित करने जा रहा है जिसमें 40 हजार युवा भाग लेंगे.
वाइस चांसलर टी20 क्रिकेट एंप्लॉय टूर्नामेंट का समापन:दरअसल, कैबिनेट मंत्री आज यहां हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय समरहिल के खेल मैदान में वाइस चांसलर टी20 क्रिकेट एंप्लॉय टूर्नामेंट के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने खेल मैदान के विस्तार, रख-रखाव और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि खेल मैदान के विस्तार के लिए विभाग की तरफ से हरसंभव प्रयास किए जाएंगे.
'जल्द भरे जायेंगे कोच के दर्जनों पद':उन्होंने प्रदेश में खेल के लिए अधोसंरचना को मजबूत करने पर भी बल दिया. उन्होंने कहा कि युवा सेवाएं एवं खेल विभाग में कोच के दर्जनों पद खाली चल रहे हैं. विभाग की तरफ से जल्द ही इनको भरने को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. इससे खिलाड़ियों की प्रतिभा में भी निखार आएगा. समापन समारोह के अवसर पर उन्होंने टूर्नामेंट के आयोजकों को 25 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग देने की घोषणा भी की. उन्होंने विजेता और उपविजेता टीमों सहित खेल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार भी वितरित किए.
खिलाड़ियों से मिलते खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह. उन्होंने सभी विजेता और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं प्रदान की. कार्यक्रम में विधायक शिमला (शहरी) हरीश जनारथा ने भी खेल के आयोजकों को बधाई दी और 21 हजार रुपए आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की. कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कुल सचिव एकता काप्टा और परीक्षा नियंत्रक जे. एस. नेगी, प्रदेश विश्वविद्यालय के विभिन्न शिक्षक और गैर शिक्षक संगठनों से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी, खेल के आयोजक और विभिन्न प्रतिभागी मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें:केंद्रीय खेल मंत्री के गृह क्षेत्र में आखिर क्यों जूठे बर्तन मांजने को मजबूर हुआ नेशनल एथलीट? पढ़ें पूरी खबर