शिमला: पूरी दुनिया में इस वक्त कोरोना वायरस का खौफ है. इससे बचाव के तरीके ढूंढे जा रहे हैं. वहीं, इस वायरस से बचने के लिए सावधानी बरतने की हर जगह सलाह दी जा रही है. ये बीमारी जितनी बड़ी और खतरनाक है उससे लड़ने के लिए छोटा सा पहाड़ी राज्य हिमाचल ने भी पूरी तैयारी कर ली है.
हालांकि हिमाचल में अभी तक कोरोना वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन प्रदेश सरकार इसे लेकर बेहद सतर्क है और कोरोना से बचाव के लिए हर संभव कोशिशों में जुटी हुई है. एहतियात बरतते हुए सरकार ने प्रदेश में शक्तिपीठ, छोटे-बड़े मंदिर, पर्यटन स्थल, स्कूल, कॉलेज और कई बस रूट्स को बंद करना पड़ा है. वहीं, पर्यटकों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. इतना ही नहीं हिमाचलियों को भी प्रवेश से पहले ट्रेवल हिस्ट्री बतानी होगी.
कोविड-19 लेकर हिमाचल अलर्ट हो गया है. प्रदेश में सफाई व्यवस्था का भी खास ध्यान रखा जा रहा है. इसके साथ ही सेनिटाइजर छिड़काव और विशेष तौर पर सफाई रखने के निर्देश भी प्रशासन की ओर से दिए गए हैं. बाहर से आने वाले नेपालियों की भी जांच की जा रही है और संदिग्धों का चेकअप किया जा रहा है. इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किए जा रहे हैं. कोरोना से बचाव के लिए बसों और पार्किंग स्थलों को भी सेनिटाइज किया जा रहा है. बस स्टैंड पर एचआरटीसी बसों में सेनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है. लोगों की आवाजाही वाले स्थानों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
प्रदेश के पर्यटन स्थलों की बात करें तो यहां कारोबारियों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है क्योंकि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. सरकार ने पर्यटकों के आने पर भी रोक लगाई है. पर्यटन नगरी मनाली, कुल्लू, मणिकर्ण सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर मार्च-अप्रैल में होटल में बुकिंग का काम शुरू हो जाता था, लेकिन पर्यटन कारोबार पर कोरोना का असर साफ दिखाई दे रहा है और कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है.