शिमला:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की तीसरी किस्त की घोषणा की. आर्थिक पैकेज की तीसरी किस्त में कृषि व इससे संबद्ध क्षेत्रों को राहत देने पर ध्यान दिया गया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 11 घोषणाएं की. जिनमें से 8 बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, क्षमता और बेहतर लॉजिस्टिक के निर्माण से संबंधित हैं. जबकि बाकी 3 प्रशासनिक सुधारों से संबंधित हैं.
वित्तमंत्री की तीसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें
- लॉकडाउन के दौरान भी किसान काम करते रहे
- छोटे और मंझोले किसानों के पास 85 फीसदी खेती है
- लॉकडाउन के दौरान ₹18,700 करोड़ किसानों को ट्रांसफर
- पीएम किसान स्कीम के तहत पैसे ट्रांसफर किए गए
- एमएसपी के तहत ₹74,300 करोड़ की खरीदारी की गई
- सरकार कृषि क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के लिए एक लाख करोड़ देगी
- माइक्रो फूड इंटरप्राइज के लिए 10,000 करोड़ की स्कीम लाई गई है
- छोटी फूड कंपनियों को संगठित क्षेत्र के दायरे में लाया जाएगा
- पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत मछलीपालकों के लिए ₹20,000 करोड़ का फंड
- पशुपालन इंफ्रा डेवलपमेंट फंड के लिए ₹15000 करोड़
- 53 करोड़ लाइफस्टॉक का टीकाकरण होगा
- पशुओं में 100% वैक्सिनेशन किया जाएगा
- फुट एंड माउथ बीमारी को काबू में लाया जाएगा
- लॉकडाउन अवधि के दौरान दूध की मांग 20-25% कम हो गई
- 2020-21 में डेयरी सहकारी समितियों को 2% प्रति वर्ष दर से ब्याज उपदान प्रदान करने की नई योजना लाई गई है
- इस योजना में 5000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी से 2 करोड़ किसानों को लाभ होगा
- हर्बल खेती के प्रोमोशन के लिए ₹4000 करोड़ का फंड
- मेडिसिन प्लांट के लिए रीजनल मार्केट नेटवर्क बनेगा
- मधुमक्खी पालन के लिए ₹500 करोड़ का फंड
- 2 लाख से ज्यादा मधुमक्खीपालकों की आय बढ़ेगी
- कृषि उत्पादों में अनाज, खाद्य तेल, तिलहन, दालें, प्याज और आलू को डी-रेगुलेट किया जाएगा
- कृषि प्रोडक्ट की ई-ट्रेडिंग के लिए नया कानून बनेगा
किसानों को इससे कितना फायदा होगा इसे लेकर ईटीवी भारत ने कृषि विशेषज्ञों से खास बातचीत की.