शिमला: लोकसभा चुनाव में दिव्यांगों को मतदान केन्द्रों पर प्राथमिकता दी जाएगी और वे बिना इंतजार किए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. मतदान केंद्रों पर तैनात कर्मचारियों को भारत निर्वाचन आयोग के प्रावधानों के तहत दृष्टिहीन/अस्वस्थ मतदाता को सहायक साथ लाने की अनुमति के बारे में निर्देश दिए गए हैं.
जानकारी देते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने बताया कि दिव्यांगों के लिए मतदान केन्द्रों पर सूचक, हेल्प डेस्क, धरातल पर मतदान केन्द्र, प्रवेश द्वार से लेकर मतदान कंपार्टमेंट, निर्बाध खुला मार्ग, रैम्प, सुलभ शौचालय, पेयजल, विशेष प्रवेश व निकासी सुविधा, प्रकाश, ब्रेल बैलेट गाईड, एडजेस्टेबल ब्रेल युक्त इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, व्हील चेयर, बूथ स्वयं सेवक व मतदान से संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने बताया कि दिव्यांगजनों की विभिन्न आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन कर्मियों को प्रशिक्षित व जागरूक किया गया है. उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर दिव्यांगजन बूथ स्तर के अधिकारी को सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिव्यांग व्हील चेयर की ऑनलाईन या एसएमएस के माध्यम से बुकिंग मतदान के दिन से पहले की जा सकती है और दिव्यांगों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई पीडब्ल्यूडी मोबाइल ऐप एंड्रायड गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड की जा सकती है.
इसके अतिरिक्त प्रदेश में महिला मतदाताओं की सुविधा के लिए 136 मतदान केन्द्रों को चिन्हित किया गया है, जहां महिला मतदान कर्मियों को तैनात किया जाएगा. वहीं, अनाथालयों के लिए पांच मतदान केंद्रों को स्थापित किया जाएगा. इन मतदान केंद्रों को लाहौल-स्पीति, कांगड़ा के दाड़ी, मंडी के भंगरोटू-1, शिमला के बसंतपुर व सोलन के धर्मपुर में स्थापित किया जाएगा.