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बिजली उत्पादन से खजाना भर रहा SJVN, एक साल में कमाया 1363.45 करोड़ का मुनाफा, 3298 करोड़ पहुंचा राजस्व आंकड़ा - हिमाचल प्रदेश

ऊर्जा सेक्टर में भारत की मिनी नवरत्न कंपनी सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड ज्यादा कमाई करने के मामले में सबसे आगे है. एसजेवीएनएल से डिविडेंड के तौर पर हिमाचल प्रदेश को सलाना करोड़ों रुपए मिलते हैं. इसके अलावा एसजेवीएनएल के कई प्रोजेक्ट्स पड़ोसी देशों में भी चल रहे हैं. (SJVN Projects in Himachal Pradesh)

SJVN Projects in Himachal Pradesh
हिमाचल प्रदेश में एसजेवीएनएल प्रोजेक्ट्स

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 29, 2023, 2:31 PM IST

शिमला: ऊर्जा सेक्टर में भारत की मिनी नवरत्न कंपनी सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड कमाई के मामले में अव्वल साबित हो रहा है. हिमाचल में 1500 मैगावाट की नाथपा झाकड़ी परियोजना और 412 मैगावाट की रामपुर परियोजना रिकार्ड कारोबार कर रही है. एसजेवीएनएल के सीएमडी नंदलाल शर्मा ने कंपनी की 35वीं सालाना जनरल मीटिंग में एक वित्त वर्ष के कारोबार से जुड़े आंकड़े रखे.

SJVN की आय:नंदलाल शर्मा ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष यानी 2021-22 में कंपनी ने 2935.41 करोड़ रुपए की आय अर्जित की थी. कंपनी का कुल राजस्व अब तक के उच्चतम स्तर के रिकार्ड के तौर पर सामने आया है. कंपनी का कुल राजस्व 3298.84 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है. वित्त वर्ष 2021-22 में सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड का कुल लाभ 977.52 करोड़ रुपए था. मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2022-23 में ये 1363.45 करोड़ रुपए हो गया है. इस तरह एक वित्तीय वर्ष में कंपनी का कुल लाभ 385.93 करोड़ रुपए बढ़ा है. हिमाचल सरकार को भी लाभांश यानी डिविडेंड के रूप में एसजेवीएनएल से सालाना करोड़ों रुपए मिलते हैं.

सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड

SJVN के नाम कई रिकॉर्ड: नंदलाल शर्मा के अनुसार एसजेवीएनएल के दो प्रमुख पावर प्रोजेक्ट्स नाथपा-झाकड़ी व रामपुर पावर स्टेशन ने एक दिन में सर्वाधिक बिजली पैदा करने के कई रिकॉर्ड बनाए हैं. दोनों पावर प्रोजेक्ट्स ने इस बार एक दिन में 50.534 मिलियन यूनिट बिजली पैदा कर अपने ही पुराने रिकॉर्ड तोड़े हैं. सीएमडी ने बताया कि एसजेवीएनएल ने पिछले वित्त वर्ष में 23909 मैगावाट के 24 प्रोजेक्ट्स अपने पोर्टफोलियो में जोड़े हैं. कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 25 हजार मैगावाट बिजली का उत्पादन करना है. इसे 2040 तक 50 हजार मैगावाट प्रति वर्ष करने का लक्ष्य तय किया गया है.

पड़ोसी देश में भी SJVN के प्रोजेक्ट्स: उल्लेखनीय है कि एसजेवीएनएल नेपाल व भूटान में भी कई बड़े हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स तैयार कर रही है. इसके अलावा भारत में ही अरुणाचल प्रदेश, पंजाब व राजस्थान सहित कई राज्यों में पावर प्रोजेक्ट्स के टेंडर कंपनी को मिले हैं. वैश्विक प्रतिस्पर्धा में एसजेवीएनएल ने चीन की पावर कंपनियों को पीछे छोड़ कर कई प्रोजेक्ट अपने नाम किए हैं.

हिमाचल प्रदेश में SJVNL

सिक्किम में SJVN का प्रोजेक्ट: हाल ही में एसजेवीएनएल ने उत्तर भारत के राज्य सिक्किम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है. एसजेवीएनएल ने सिक्किम उर्जा लिमिटेड (एसयूएल) के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है. एसजेवीएनएल सिक्किम ऊर्जा लिमिटेड की 1200 मैगावाट की तीस्ता-थ्री जलविद्युत परियोजना से वितरण लाइसेंसधारियों और ओपन एक्सेस कंज्यूमर्स के साथ 180 मैगावाट जलविद्युत का व्यापार यानी ट्रेड करेगी. सिक्किम में एसजेवीएनएल का यह पहला उद्यम होगा. एसजेवीएनएल नेपाल में भी अरुण पावर प्रोजेक्ट को तैयार कर रही है.

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