शिमला: मतदान के बाद अब सभी की जिज्ञासा परिणाम पर टिक (Himachal election result) है. हिमाचल में आठ दिसंबर को चुनाव परिणाम आएंगे और नई सरकार की तस्वीर साफ होगी. राज्य में चाहे रिवाज बदले या ताज, नई सरकार को सत्ता में आते ही आईएएस अफसरों का अकाल झेलना होगा. राज्य में सरकार किसी की भी रही हो, यहां अफसरों की कमी दूर नहीं हुई. हिमाचल के पास अपना कैडर 153 आईएएस अफसरों का है, लेकिन इस समय करीब 114 अफसर ही राज्य में (Shortage of IAS officers in Himachal) हैं.
अभी चुनाव परिणाम आने बाकी हैं और यहां के मुख्य सचिव ने केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले दो प्रधान सचिव स्तर के अफसरों को एनओसी दे दी है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की हरी झंडी के बाद एनओसी जारी की गई है. राज्य सरकार में प्रधान सचिव रैंक के अफसर सुभाषीश पांडा व रजनीश की केंद्र सरकार में इम्पैनलमेंट हो गई थी. उन्हें राज्य सरकार की एनओसी का इंतजार था. ये दोनों अफसर 1997 बैच के हैं. अब दोनों किसी भी समय केंद्र में सेवाएं देने के लिए जाएंगे. केंद्र में ये दोनों अफसर एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर होंगे.
वहीं, इसी साल दिसंबर महीने में राज्य के मुख्य सचिव आरडी धीमान भी रिटायर हो जाएंगे. इस तरह नई सरकार को अफसरशाही का नया मुखिया भी चुनना होगा. फिलहाल, दो अफसरों के केंद्र सरकार में अतिरिक्त सचिव के पद पर जाने के बाद अफसरों की और कमी होगी. सुभाषीश पांडा तो एक साल पहले ही केंद्र से डेपुटेशन से लौटे थे. आईएएस अफसर रजनीश भी दो साल से कुछ अधिक अरसा पहले ही केंद्र की डेपुटेशन से आए थे. इन दोनों अफसरों के पास महत्वपूर्ण विभाग थे. अभी भी 13 अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. हालांकि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं दे रहे तीन आईएएस अफसर इसी साल हिमाचल भी लौटेंगे.