शिमला:हिमाचल प्रदेश की राजधानी जिला में 8 माह में साल 2022 के मुकाबले 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में कमी हुई है. ट्रैफिक बढ़ने के बावजूद भी दुर्घटना के मामले पहले से घटे हैं. साथ ही सड़क हादसों में जानी नुकसान के भी मामले कम आये हैं. पिछले सालों के मुकाबले में सड़क हादसों के मामले 50 फीसद तक की कमी आई है. शहर से लेकर ऊपरी शिमला में लगातार सड़क दुर्घटनाएं घट रही है.
इस साल 50 फिसदी सड़क हादसों में कमी: शिमला जिला में ट्रैफिक बढ़ने के बावजूद साल 2022 के मुकाबले 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है. साल 2022 में जिला में 8 माह में 221 सड़क हादसे हुए थे, जबकि मौजूदा साल 2023 में इन्हीं 8 माह में 193 सड़क हादसे हुए हैं. सड़क दुर्घटनाओं में 2022 में 8 माह में 112 लोगों ने जान गंवाई थी. जबकि मौजूदा साल में अगस्त माह तक 83 लोगों की मौत हुई है या यूं कहे कि साल 2022 में 2023 की तुलना में शुरू के आठ माह में 29 मौते कम हुई है.
शिमला पुलिस ने किया यातायात नियमों का पालन: वहीं, सड़क हादसों में हुए घायलों की बात करे तो 2022 में आठ माह में 468 लोग घायल हुए थे. जबकि 2023 में 306 घायल हुए हैं. सड़क हादसों के कम होने के पीछे पुलिस सतर्कता बढ़ने और यातायात नियमों का सही से पालन करना भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है. इसका कारण पुलिस की ओर से चलाया गया जागरूक्ता अभियान व नए मोटर व्हीकल एक्ट को भी माना जा रहा है. वही पुलिस का तर्क है कि बीते सालों में शराब के नशे में गाड़ी चलाने और तेज रफ्तार के कारण सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई थी. इसलिए शिमला जिला ट्रैफिक पुलिस ने आधुनिक अल्कोहल सेंसर और लेजर स्पीडगन की मदद से सख्ती बरती.