शिमला: राजधानी में चलती कार में हुए युवती से दुष्कर्म मामले में 20 दिन बाद भी आरोपी नहीं पकड़े गए हैं. पुलिस भी इस मामले में कोई खुलासा अभी तक नहीं कर पाई है. वहीं, युवती के परिजनों ने पुलिस पर मामले को रफा-दफा करने के आरोप लगाए हैं.
युवती के पिता ने अब वीडियो के जरिए देवभूमि की जनता से न्याय के लिए साथ देने की गुहार लगाई है. युवती के पिता ने वीडियो जारी कर अपनी बेटी का दर्द बयां किया और पुलिस पर बेटी को दस दिनों तक टॉर्चर करने के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि देवभूमि के लोगों के विश्वास पर ही उन्होंने शिमला में बेटी को पढ़ाने भेज था, लेकिन दरिंदों ने उनकी बेटी को नोच लिया.
पीड़िता के पिता का वीडियो रेप पीड़िता के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि हिमाचल पुलिस और सरकार लोकसभा चुनावों को देखते हुए मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रही है. उनकी बेटी इस हादसे के बाद डिप्रेशन में चली गई है. पुलिस ने दस दिन तक उसे भूखा प्यासा रखा और टॉर्चर किया है. अब उनकी बेटी न तो खाना खाती है और न ही अब बोलती है. घटना के 20 दिन बाद भी पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को नहीं पकड़ पाई है. पीड़िता के पिता ने कहा कि पुलिस ने लड़की का न तो सही उपचार किया न ही सही बयान दर्ज किए और बेटी के साथ जानवरों की तरह व्यवहार किया है.
पीड़िता के पिता ने वीडियो में कहा कि किस तरह से ये मामला दबाया गया उसके सारे सबूत हमारे पास हैं. वो अपनी बेटी को इंसाफ दिलवाने के लिए लड़ाई लड़ना चाह रहे हैं, लेकिन पुलिस इस मामले को पूरी तरह से दबाना चाह रही है. पीड़िता के पिता हिमाचल के राजनीतिक दलों, स्वयं सेवी संस्थाओं से और प्रदेश की जनता से इस लड़ाई में उनका साथ देने की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने जल्द शिमला आ कर न्याय के लिए लड़ाई लड़ने की बात भी कही.
बता दें शिमला में 28 अप्रैल को शिमला में रात दस बजे चलती गाड़ी में हरियाणा की युवती के साथ दुष्कर्म का मामाला सामने आया था. पुलिस ने इसको लेकर मामला भी दर्ज किया और सरकार ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी थी, लेकिन 20 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. अभी तक पुलिस की पकड़ से आरोपी दूर हैं.