शिमला:हिमाचल प्रदेश की फल मंडियों में आढ़तियों का एकाधिकार है. मंडियों में आढ़ती ही अभी तक सेब खरीदते आए हैं, लेकिन अब सरकार इनका एकाधिकार खत्म करने की तैयारी में है. इसकी शुरुआत सरकार एचपीएमसी को मंडियों में सेब बेचने के लिए उतारने से कर रही है. प्रदेश में पहले चरण में तीन मंडियों, शिमला जिला के पराला, सोलन और परवाणू मंडियों में सेब खरीद की शुरुआत की जाएगी. एचपीएमसी आज से ही इसकी प्रक्रिया शुरू करेगा.
अब HPMC खरीदेगा सेब: हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन और प्रसंस्करण निगम लिमिटेड (एचपीएमसी)आज से मंडियों में सेब की खरीद करने जा रहा है. इसके लिए एचपीएमसी ने पूरी तैयारियां कर ली हैं. एचपीएमसी ने मंडियों के लिए कमेटी का गठन कर दिया है, जो कि अब सेब की बोलियां लगाएगा. इस तरह एचपीएमसी भी एक तरह से आढ़तियों की तरह कमीशन एजेंट के तौर पर काम करेगा.
आढ़तियों की तरह काम करेगा HPMC:बागवानों का सेब बाहरी राज्यों के खरीदारों यानी लदानियों को बेचा जाएगा. इसके लिए एचपीएमसी आढ़तियों की तरह ही कमीशन लेगा. मंडियों में आढ़ती 6 फीसदी कमीशन लेते हैं. वहीं, एचपीएमसी भी इतनी ही कमीशन लेगा या इससे कम यह अभी तय नहीं हो पाया है. हालांकि यह माना जा रहा है कि एचपीएमसी इससे कम कमीशन पर सेब बेचने का काम कर सकता है, ताकि बागवानों को फायदा मिले.