शिमला: अमृत योजना के तहत शिमला नगर निगम को ग्रांट नहीं मिल पाई है, जिसके चलते अब नगर निगम अमृत योजना के तहत होने वाले कार्यों को पूरा करने के लिए अपना बजट खर्च करेगा.योजना के तहत विकासात्मक कार्यों के लिए केंद्र सरकार से पांच करोड़ की ग्रांट आनी थी, लेकिन ग्रांट न आने से इस योजना के तहत विकासात्मक कार्य रुके पड़े थे. मंगलवार को नगर निगम की वित्त बैठक में ये फैसला लिया गया. करीब दो महीने के बाद हुई बैठक में करोड़ों के विकास कार्यों पर मुहर लगाई गई.
MC शिमला को केंद्र से नहीं मिल पाई ग्रांट, निगम अपने पैसे से करेगा ये विकासात्मक कार्य - shimla news
अमृत योजना के तहत शिमला नगर निगम को नहीं मिली ग्रांट. अब निगम अपने पैसे खर्च कर करेगा विकासात्मक कार्य.
बैठक में शहर में बनने वाले एम्बुलेंस रोड मार्ग, पैदल मार्ग, नालों की मरम्मत सहित अन्य कार्यों को करने की अनुमति दी गई. बैठक में मेयर कुसुम सदरेट नगर निगम के आयुक्त पंकज राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि लोकसभा चुनाव के चलते बीते दो महीनों से प्रदेश में आचार संहिता के चलते नगर निगम की कोई भी बैठक नहीं हुई थी, जिस वजह से विकासात्मक कार्यों को मंजूरी नहीं मिल पाई थी. बैठक में निगम की आय को लेकर भी चर्चा हुई.
वहीं, शहर में पार्किंग की समस्या लेकर टूटीकंडी में बनाई गई पार्किंग का जल्द टेंडर किया जाएगा. इसके अलावा डोर टू डोर गारवेज को लेकर निगम जल्द नई योजना लाने जा रहा है. बुधवार को होने वाली बैठक में इन सभी मुद्दों पर अंतिम मुहर लगेगी.