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शिमला-मटौर NH के विस्तारीकरण की अधिसूचना रद्द, लोगों ने फूंका केंद्रीय मंत्री का पुतला - हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटना

शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग की अधिसूचना को रद्द करने और वाया जुखाला संपर्क मार्ग पर अत्यधिक ट्रैफिक वाली सड़क का टू लेन के अंतर्गत विस्तारीकरण ना करने के खिलाफ लोगों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया.

विरोध प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन

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Published : Sep 13, 2020, 3:28 PM IST

बिलासपुर: शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग की अधिसूचना को रद्द करने और वाया जुखाला संपर्क मार्ग पर अत्यधिक ट्रैफिक वाली सड़क का टू लेन के अंतर्गत विस्तारीकरण ना करने के खिलाफ लोगों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का पुतला फूंककर अपना विरोध दर्ज कराया. पिछले काफी सालों से लोग इस मुख्य संपर्क मार्ग के विस्तारीकरण और टू लेन की मांग कर रहे हैं.

नैना देवी जी विधानसभा के ब्रह्मपुखर-घागस (बाया जुखाला) की सड़क पर तीन सीमेंट कंपनियों को जोड़ने वाली और शिमला, मनाली व धर्मशाला जाने वाले हजारों सैलानी इस सड़क से होकर गुजरते हैं. 30 साल पुराने व जर्जर पुल को न बदलने से ग्रामीणों में सरकार के खिलाफ काफी रोष है.

वीडियो रिपोर्ट.

इसके चलते टावर लाइन शोषित जागरूकता मंच के राष्ट्रीय संयोजक, पर्यावरणविद व समाजसेवी अधिवक्ता रजनीश शर्मा ने लोगों के साथ मिलकर शिमला-मटौर हाईवे की अधिसूचना को रद्द करने के खिलाफ केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का पुतला फूंक कर विरोध जताया.

रजनीश शर्मा ने कहा कि अगर इस अधिसूचना पर जल्द उचित कदम नहीं उठाए गए तो केंद्रीय मंत्री के साथ-साथ लोकसभा में जाकर निष्क्रिय व लापरवाह लोकसभा सांसदों की शव यात्रा निकाली जाएगी. उन्होंने कहा कि यह सांसद लोकसभा में लोगों की समस्याओं को प्रभावशाली तरीके से उठाने में नाकाम साबित हुए हैं. इन सासंदों के खिलाफ हर स्तर पर विरोध प्रदर्शन करके इन्हें बेनकाब किया जाएगा.

रजनीश शर्मा ने कहा कि सांसदों व विधायकों ने चुनाव के समय सरकारी खर्चे से वाह-वाही लूटी और कई झूठे वादे किए थे. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष ने "हिमाचल में सरकार हमारी है अब केंद्र की बारी है" का नारा देकर हिमाचल के भोले भाले लोगों को बेवकूफ बनाया है.

रजनीश शर्मा ने कहा कि केंद्रीय कार्यालय में बैठे मंत्री और एसी कमरों में बैठे उच्चाधिकारियों ने हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में कमी के लिए बनाए जा रहे शिमला-मटोर राष्ट्रीय राजमार्ग की अधिसूचना को रद्द करके आम लोगों के साथ धोखा किया है.

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