शिमला आइस स्केटिंग रिंक में कार्निवल शिमला: राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार में ऐतिहासिक प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक में 6 साल बाद वार्षिक जिमखाना और कार्निवाल का आयोजन किया गया. आइस सेटिंग रिंक में कड़ाके की ठंड के बावजूद मंगलवार शाम 6 से 10 बजे के सेशन में लगभग 80 स्केटर्स ने भाग लिया. इस दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया.
फायर मशालों के साथ आइस स्केटिंग इस बार का आइस स्केटिंग इसलिए भी खास थी, क्योंकि स्केटर्स ने हाथ में मशाल लेकर आइस स्केटिंग की. ये वाकई बेहद ही सुंदर नजारा था. इन नजारे को जिसने भी देखा, बस देखता रह गया. इस दौरान रिंक की लाइट्स बंद कर दी गई और करीब दस मिनट तक हाथ में मशाल लेकर स्केटर्स ने स्केटिंग की. इसके अलावा मनोरंजन के अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. जिसमें चम्बयाली गानों के साथ स्केटिंग करते हुए प्रस्तुति दी गई.
इस अवसर पर युवा एवं खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. वहीं, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान भी मौजूद रहे. खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने विजेताओं को मेडल और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया.
शिमला आइस स्केटिंग रिंक में कार्निवल खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने इस आयोजन के लिए शिमला आइस स्केटिंग रिंक प्रबंधन को बधाई दी और कहा कि ये शिमला की पुरानी धरोहर है. 1920 से यहां स्केटिंग होती आ रही है. 6 साल बाद यहां कार्निवल का आयोजन हो रहा है, यहां पर काफी तादाद में स्केटर्स आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से यहां बर्फ जमाने में दिक्कत आ रही है. आइस स्केटिंग क्लब की ओर से बताया गया गया कि आल वेदर रिंक बनाने का प्रपोजल सरकार को भेजा गया है. 45 करोड़ की डीपीआर तैयार हुई है. इसे लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की जाएगी और बजट देने का आग्रह किया जाएगा, ताकि यहां पूरे साल स्केटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जा सके.
ये भी पढ़ें:'पहाड़ों की रानी' पर मंडरा रहा खतरा, डंपिंग ग्राउंड बनता जा रहा एशिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक