रामपुर: प्रदेश पशुपालन विभाग को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. रामपुर उपमंडल के ज्यूरी में कृत्रिम गर्भाधान से भेड़ ने एक मेमने को जन्म दिया है.पशुपालन विभाग के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रवीन्द्र शर्मा ने बताया कि ये परीक्षण हिमाचल में पहली बार हुआ है. उन्होंने बताया कि इसके लिए रामपुर की पूरी टीम को श्रेय जाता है. परीक्षण के बाद प्रदेश के अन्य पशुपालकों को भी इसके बारे में बताया जाएगा.
प्रदेश में पहली बार फ्रांस ऑरिजन की रम्बुलेट नस्ल के मेढ़ के सीमन को बुशहरी भेड़ से कृत्रिम गर्भाधान करा कर तैयार किया गया है, जिससे इस मेमने का जन्म हुआ. इस नस्ल की भेड़ों और मेढ़ों का वजन अधिक होता है. वहीं, इनसे ऊन भी अधिक मात्रा में प्राप्त होती है. वहीं, मेमने में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है.
पशुपालन विभाग के ज्यूरी भेड़ प्रजनन प्रक्षेत्र में इसका सफल परीक्षण हो चुका है. हिमाचल में भेड़ों की नस्ल में सुधार के लिए रम्बुलेट नस्ल की भेड़ें मील का पत्थर साबित हो सकती हैं. इससे भेड़ पालकों की आर्थिकी भी अच्छी होगी.