शिमला :एसएफआई शिमला जिला कमेटी द्वारा एसएफआई अखिल भारतीय कमेटी के आह्वान पर कोरोना वायरस के दूसरी लहर के बढ़ते मामलों को देख कर सरकार के खिलाफ पोस्टर के माध्यम से रोष प्रकट करते हुए प्रदर्शन किया गया. इस पर एसएफआई जिला अध्यक्ष अनिल ठाकुर ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पहले की लहर से कहीं अधिक भयंकर साबित हो रही है. संक्रमितों की संख्या व इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव ने संकट को ज्यादा गंभीर बनाया है. लोग इलाज के अभाव में भारी परेशानियां झेल रहे हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पहले की लहर से कहीं अधिक भयंकर
ऐसे हालात में गरीब जनता व किसान, मजदूर, छात्र, नौजवानों को यह संकट दोतरफा ढंग से प्रभावित कर रहा है. वहीं, दूसरी तरफ इस पर बात रखते हुए जिला सचिव बंटी ठाकुर ने भी कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के समय काम कर रहे चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ, आशा वर्कर्स, सफाईकर्मी, मजदूर, छात्रों और कर्मचारियों की निजी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं. इस बारे कोई भी ढील अथवा लापरवाही घातक सिद्ध हो सकती है. अस्पतालों के अंदर मरीजों की सही तरीके से जांच नहीं हो पा रही है. सभी जरूरतमंद मरीजों के लिए ऑक्सीजन व जरूरी दवाइयों और रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित हो और इसकी कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए. एसएफआई सरकार के सामने कुछ मांगें रखी हैं....
ये हैं एसएफआई की मांगें
1.सभी जरूरतमंद मरीजों के लिए ऑक्सीजन व जरूरी दवाइयों और रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित हो और इनकी कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए. होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए भी ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाए. सिविल हस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट तुरंत शुरू किया जाए.
2. सभी गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर उपलब्ध हो, सिविल अस्पताल के सभी वेंटिलेटर शुरू किए जाएं और जल्द ही नए वेंटिलेटर मंगवाए जाएं. जो भी मरीज अस्पताल में इलाज करवाने आते हैं उनकी जिम्मेदारी सरकार की है. इसके लिए बेड कम है तो सरकार बेड की संख्या बढ़ाए या प्राइवेट अस्पतालों से बेड अधिग्रहण करें.
3.डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती जल्द से जल्द किए जाएं.