शिमला : ग्रामीण विकास विभाग ने करीब 5 लाख मास्क और लगभग 1 हजार पीपीई किट बनाकर कोरोना योद्धाओं की मदद करने में पहल की है. स्वयं सहायता समूहों की सहायता से तैयार किए जा रहे मास्क और पीपीई किट की कीमत बाजार मूल्य से कहीं कम है. इसके अलावा एक-दो दिनों में स्वयं सहायता समूह की सहायता से एन-95 मास्क की तरह एक मास्क जनता तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे और इसका मूल्य करीब 15 रुपए होगा. यह बात ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशक ललित जैन ने कही.
ललित जैन ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की मदद से करीब 12 सौ 50 लीटर हैंड सेनिटाइजर भी न्यूनतम दामों पर डिमांड के अनुसार कोरोना योद्धाओं तक पहुंचाये गया है. उन्होंने कहा कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए कई गतिविधियां शुरू की गई है. इसकी एक विस्तृत कार्ययोजना की प्रस्तुति मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष भी दी गई.
ललित जैन ने कहा कि ऐसी ही एक योजना के तहत किचन गार्डन विकसित करने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित कर लगभग 1 बीघा जमीन के लिए कृषि और बागवानी विभाग द्वारा सब्जी बीज किट और फलों के पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह प्रशिक्षित महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को मधुमक्खी के बक्से प्रदान किए जाएंगे. इसके द्वारा तैयार किए जाने वाले शहद को हिम इरा की दुकानों में बेचा जाएगा.