शिमला: हिमाचल में स्क्रब टाइफस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. स्क्रब टाइफस से सोमवार को एक और मौत हो गई है. सोलन जिले के अर्की की रहने वाली 7 साल की बच्ची ने आईजीएमसी अस्पताल में दम तोड़ा है. वहीं, अस्पताल में सोमवार को स्क्रब टाइफस के 12 नए मामले सामने आए. स्क्रब टाइफस के 35 सैंपल की जांच की गई, जिनमें 12 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. अब तक स्क्रब टाइफस के कुल 818 सैंपल की जांच की जा चुकी है, जिनमें 239 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं, स्क्रब टाइफस से अब तक 7 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके अलावा पीलिया का 1 मामला सामने आया है. सोमवार को पीलिया के 4 सैंपल लिए गए, जिनमें 1 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. पीलिया के अब तक 229 सैंपल लिए गए, जिनमें 95 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
अस्पताल के एमएस डॉक्टर राहुल राव ने कहा कि स्क्रब टाइफस से सोलन जिले के अर्की की 7 साल की बच्ची ने अपनी जान गंवाई है. स्क्रब टाइफस के लक्षण दिखने पर तुरंत अस्पताल में आकर अपना चेकअप करवाएं. प्रदेश में 800 के लगभग मामले स्क्रब टाइफस के आ चुके हैं.
स्क्रब टाइफस एक जीवाणु संक्रमण से होने वाली बीमारी है. विशिष्ट बैक्टीरिया रिकेट्सिया नामक समूह से संबंधित है. यह रोग पिस्सू, घुन, जूं आदि जैसे छोटे कीड़ों के काटने से फैलता है. स्क्रब टाइफस के मामले में, संक्रमण छोटे लार्वा माइट्स के माध्यम से फैलता है. स्क्रब टाइफस होने से शुरू में कोई दर्द नहीं होता है घास में जाने पर यदि किट काट ले तो कुछ समय बाद वहां काले निशान पड़ने शुरू हो जाते हैं ऐसे में लोगों को तुरंत अस्पताल जाकर जांच करवानी चाहिए.
स्क्रब टाइफस के लक्षण:स्क्रब टाइफस होने पर मरीज को तेज बुखार जिसमें 104 सेर 105 तक जा सकता है. जोड़ों में दर्द और कंपकपी ठंड के साथ बुखार शरीर में ऐंठन अकड़न या शरीर का टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन बाजू कूल्हों के नीचे गिल्टियां का होना आदि इसके लक्षण हैं.