शिमला: प्रदेश में आज यानी सोमवार से स्कूल और कॉलेजों को छात्रों की नियमित कक्षाएं लगाने के लिए खोला जा रहा है. शिक्षण संस्थानों के खुलने के बाद किस तरह की व्यवस्था छात्रों और स्टाफ के लिए तय एसओपी के तहत रहेगी. संस्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही सेनिटाइजेशन का भी खास ध्यान रखना होगा.
शिक्षा विभाग की ओर से यह निर्देश सभी स्कूल और कॉलेज प्रबंधकों को जारी किए गए हैं कि प्रशासन को अपने स्तर पर पूरी एहतियात बरतनी होगी. कोई भी छात्र जब स्कूल और कॉलेज में प्रवेश करेगा तो सबसे पहले उसकी थर्मल स्कैंनिग की जाएगी. अभी भी छात्रों को स्कूल आने के लिए अपने अभिभावकों का सहमति पत्र साथ में लाना होगा. यानी अभिभावकों से सहमति मिलने के बाद ही छात्र नियमित कक्षाएं लगाने के लिए स्कूल आ सकेंगे. वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए छात्रों के कक्षाएं स्कूल कॉलेजों में लगाएंगे.
हाथ सेनिटाइज करने के साथ ही हाथ धोने को लेकर भी शैक्षणिक संस्थानों में उचित प्रबंध करना आवश्यक होगा. अगर किसी छात्र, स्टाफ और शिक्षक में सर्दी, जुकाम और फ्लू जैसे लक्षण होंगे तो तुरंत उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच के लिए भेजा जाएगा और अवकाश दे कर उन्हें स्वस्थ होने के बाद ही संस्थान में बुलाया जाएगा. शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की कक्षाएं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लगाई जाएंगी.
छात्रों को स्कूल की ओर से तैयार किए गए माइक्रो प्लान के तहत इस तरह से बैठाया जाएगा, जिससे कि उनके बीच दूरी बनी रहे. कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है इसकी संस्थान के मुखिया की तरफ से जांच की जाएगी. स्कूल और कॉलेजों में आने वाले शिक्षकों को गैर शिक्षकों के साथ ही छात्रों की गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करनी होगी और वहीं पर हैंड सेनिटाइजेशन का भी प्रावधान करना आवश्यक होगा.