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16 जुलाई से हिमाचल प्रदेश में शुरू होगा सावन, ऐसे करें 'भोले बाबा' को प्रसन्न

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Published : Jul 6, 2020, 10:39 PM IST

देश के कई कोनों में आज से सावन का महीना शुरू हो गया है, लेकिन हिमाचल सहित कई पहाड़ी इलाकों में सावन माह 16 जुलाई से शुरू होगा. हिमाचल में सावन महीने की शुरुवात से ही पवित्र मणिमहेश, श्री खंड़, किन्नर कैलाश की यात्राओं की भी शुरुआत होती है, लेकिन इस बार कोविड-19 कि वजह से इन यात्राओं को लेकर भी असमंजस बना हुआ है.

Sawan month will begin in Himachal from July 16
फोटो.

शिमला: भगवान शिव का प्रिय महीना सावन आज से शुरू हो चुका है. मान्यता है कि इस महीने में भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व होता है. देशभर में आज से बोल बम के जयघोष के साथ लोगों ने देवों के देव महादेव की पूजा अर्चना शुरू कर दी है, लेकिन आपकों यह बात जानकर हैरानी होगी कि देश के कई हिस्सों में सावन का महीना अभी शुरू नहीं हुआ है.

बात अगर हिमाचल की करें तो यहां पर सावन मास की असल शुरुवात 16 जुलाई से होगी. इसी दिन से प्रदेश में सावन मास के व्रत भी शुरू होंगे. हिमाचल सहित देश के कई राज्यों में सावन मास की शुरुवात गुरु पूर्णिमा से 10 से 12 दिन बाद होती है.

वीडियो रिपोर्ट.

शिमला के प्राचीन शिव मंदिर के पंडित वासुदेव ने बताया कि हिमाचल में सावन मास की शुरुवात 16 जुलाई से होगी. सावन मास भगवान शिव का प्रिय महीना होता है और इसी मास में भगवान शिव और मां पार्वती का मिलन हुआ था. मान्यता है कि माता पार्वती ने इसी महीने में भगवान शिव को पाने के लिए तपस्या की थी. जिसे देखते हुए सावन मास का खास महत्व धार्मिक दृष्टि से और बढ़ जाता है.

मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और झारखंड के शिवधामों में आज से ही सावन मास और ज्योतिर्लिंगों की पूजा अर्चना शुरू हो गई है. जिसकी वजह यह है कि यहां पर चन्द्र मास लिया जाता है. जिसके मुताबिक सावन महीना बुद्ध पूर्णिमा से लेकर रक्षाबंधन की पूर्णिमा तक मनाया जाता है, लेकिन हिमाचल समेत पहाड़ी इलाकों में सावन मास सक्रांति से शुरू होता है. हिन्दू शास्त्रों के अनुसार जब सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करता है तब से सावन मास की शुरुवात होती है.

मान्यताएं चाहे कैसी भी हो, लेकिन महत्व तो भक्ति का होता है. भोलेनाथ के भक्तों के लिए तो हर दिन ही सावन है. हिमाचल में सावन महीने की शुरुवात से ही पवित्र मणिमहेश, श्री खड़, किन्नर कैलाश की यात्राओं की भी शुरुआत होती है, लेकिन इस बार कोविड-19 कि वजह से इन यात्राओं को लेकर भी असमंजस बना हुआ है. वहीं, उम्मीद जताई जा रही है कि प्रदेश में सावन शुरू होने से पहले मंदिर भी खुल जाएंगे और भोले बाबा के भक्त अपने आराध्य भगवान शिव की पूजा अर्चना बिना किसी बाधा के कर सकेंगे.

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