शिमला: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन बेंगलुरु में 19-20 मार्च को हुआ. जिसमें दो प्रस्ताव पारित किए गए हैं. श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण के फैसले को संघ ने भारत की अंतर्निहित शक्ति का प्रकटीकरण करार दिया है.
बैठक में दो प्रस्तवा किए पारित
शिमला में पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक प्रो. वीर सिंह रांगड़ा ने बताया कि संघ की दो बैठकें महत्वपूर्ण रहती है. बैठक में संघ के चल रहे कार्य को लेकर भी सभा मे चर्चा हुई और संघ 70 फीसदी काम इस वर्ष शाखाओं की दृष्टि से बढ़ा है. राम मंदिर निर्माण से देश में सौहार्द पूर्व माहौल बना है और कोरोना महामारी से निपटने में सरकार ने सराहनीय काम किया है, जिसके लिए संघ ने यह दो प्रस्ताव पारित किए हैं और संघ की आगामी कार्य की रूपरेखा भी बैठक में तैयार की गई है.
नवीन कार्यकारिणी की घोषणा
देशभर की संस्तुतियों के आधार पर संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी के दायित्वों में परिवर्तन भी किये गए. सम्पूर्ण देशभर से आये प्रतिनिधियों ने पूर्व सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी के स्थान पर दतात्रेय होसबाले को नया सरकार्यवाह चुना. इसके साथ ही नये कार्यवाह ने अपनी नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की. जिसमें डाॅ कृष्ण गोपाल, डाॅ मनमोहन वैद्य, मुकुंद सी.आर, अरूण कुमार और रामदत चक्रधर को सहकार्यवाह बनाया गया.