शिमलाः हिमाचल सरकार ने पीजी डिग्री करने वाले डॉक्टर्स की बैंक गारंटी राशि आधी कर दी है. वहीं बॉन्ड मनी बढ़ा दी है. इसको आरडीए ने नकारा है व हड़ताल करने की चेतावनी दी है.
विरोध जताते आरडीए डॉक्टर्स सरकार ने पीजी डॉक्टर्स की बैंक गारंटी मनी 10 लाख से घटाकर 5 लाख कर दी है. रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने कहा कि एडवांस में 10 लाख रूपए लेना डॉक्टर्स के साथ एक तरह का शोषण है. सभी डॉक्टर्स इसके खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि इसके विरोध के चलते कई बार सरकार ने डॉक्टर्स का वेतन भी रोका. इस बारे कई बार सीएम से भी मिल चुके हैं, जिसके बाद सीएम ने भी वेतन न रोकने का आश्वासन दिया था. वहीं अभी भी दूसरी-तीसरी बार वेतन रोका गया है, जिसके बावजूद डॉक्टर बिना वेतन के अस्पताल में सेवाएं दे रहे हैं.
आरडीए पहले से ही मांग करती आ रही है कि बैंक गारंटी को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए. उन्होंने सरकार द्वारा जो बैंक गारंटी की आधी रकम की है उसका स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की बैंक गारंटी नहीं देंगे. वहीं सरकार द्वारा जो बैंक गारंटी की रकम कम की है उस बारे अब तक उन्हें कोई नोटिफिकेशन नहीं मिली है, जिसके विरोध के चलते अब भी डॉक्टर अस्पताल में काले बिल्ले लगाकर कार्य कर रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि बैंक गारंटी को पूरी तरह से ही बंद किया जाए.
आरडीए ने सरकार को चेताया है कि अब तक वह मात्र काले बिल्ले लगाकर कार्य कर रहे हैं, लेकिन यदि सरकार ने इस राशि को खत्म नहीं किया तो अगले सप्ताह से आरडीए पेन डाउन स्ट्राइक पर जा सकती है. साथ ही टोटल शट डाउन पर भी जा सकती है. उन्होंने कहा कि जब तक इसकी नोटिफिकेशन नहीं आती है तब तक विरोध जारी रहेगा.