चंडीगढ़: बीजेपी के रविकांत शर्मा चंडीगढ़ के नए मेयर बन गए हैं. उन्होंने कांग्रेस के देवेंद्र बाबला को हाराया है. इसके अलावा सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद पर भी बीजेपी के उम्मीदवार की जीत हुई है. बता दें कि मेयर पद के चुनाव के दौरान रविकांत शर्मा को 17 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र बावला को 5 वोट मिले. इसके अलावा दो वोट खारिज भी हुए.
रविकांत शर्मा हिमाचल के जिला ऊना के हरोली की ग्राम पंचायत अप्पर खड्ड के रहने वाले हैं. प्रारंभिक शिक्षा हरोली खड्ड से हुई. इसके बाद ऊना गर्वमेंट कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन के बाद कंप्यूटर कोर्स के लिए चंडीगढ़ चले गए थे. कॉलेज के दिनों से अखिल भारतीय विद्यार्थी से जुड़े रहे. रविकांत शर्मा चंडीगढ़ बीजेपी से काफी लंबे अर्से जुड़े रहे.
रविकांत शर्मा की ईटीवी भारत से खास बातचीत
ईटीवी से बात करते हुए नवनिर्वाचित मेयर रविकांत शर्मा ने कहा की इस जीत के लिए वो अपने संगठन और चंडीगढ़ की जनता का धन्यवाद करते हैं. जनता ने पहले उन्हें पार्षद बनाया. इसके बाद पार्टी ने उन्हें पहले सीनियर डिप्टी मेयर और अब मेयर उम्मीदवार बनाया, जिसमें मुझे जीत मिली है.
पार्टी में मतभेद को लेकर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी लोगों को अपनी बात रखने का अधिकार होता है. कभी-कभी कई पार्टी नेताओं के मन में किसी बात को लेकर रोष होता है, लेकिन उन सभी बातों को सुलझा लिया गया है. जिसका नतीजा है कि भाजपा के तीनों उम्मीदवारों को एकतरफा जीत मिली है.
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कांग्रेस पार्षदों के चुनाव के बीच में ही चुनाव का बहिष्कार करने पर उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार करके लोकतंत्र का अपमान किया है. चुनाव प्रक्रिया लोकतंत्र का एक पवित्र हिस्सा है. चुनाव का बहिष्कार करना लोकतंत्र की हत्या के समान है. कांग्रेस पार्टी के मन में भाजपा का इतना डर है कि उसी डर की वजह से वो बीच में ही चुनाव छोड़कर भाग गए.