शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही मचाने के बाद आखिरकार प्रदेश से मानसून की विदाई हो गई. बरसात के लंबे दौर के बाद हिमाचल से मानसून रुखसत हो गया. इस बार मानसून सीजन में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई. इस सीजन मानसून में हुई भारी बारिश ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए. प्रदेश में मानसून सीजन में सामान्य से 20% ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है.
जुलाई और अगस्त में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. इस दौरान भारी बारिश से हिमाचल में 12 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. वहीं, सैंकड़ों लोगों की जान चली गई. जबकि हजारों लोग बेघर हुए हैं. वही, अब मानसून खत्म हो गए है. मौसम विभाग की माने तो आने वाले समय में प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा. हालांकि, इसी के साथ प्रदेश में तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है.
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया हिमाचल प्रदेश से मानसून रुखसत हो चुका है. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि आने वाले दिनों में प्रदेश में मौसम के साफ बने रहने की उम्मीद है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि बीते सालों के मुकाबले इस बार प्रदेश में सामान्य से 20 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. उन्होंने कहा जुलाई और अगस्त महीने में अधिक भारी दर्ज की गई और इतनी बारिश साल 1980 के बाद प्रदेश में पहली बार दर्ज की गई है.
सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मानसून सीजन में सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. इस बार प्रति घंटा बारिश भी काफी ज्यादा देखने को मिली है. इस दौरान बरसात के पिछले कई रिकॉर्ड भी ध्वस्त हुए. वहीं, प्रदेश भर में लैंडस्लाइड फ्लैश फ्लड जैसी घटनाएं भी हुई, जिसने प्रदेश में भारी नुकसान पहुंचा. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अब मौसम साफ बना रहेगा और तापमान में भी कमी आएगी. साथ ही ऊपरी क्षेत्रो में बर्फबारी भी हो सकती है.
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